गौरतलब है कि लगभग 1 अरब की मिशन अमृत योजना शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगी। अब तक बांकी डेम से पेयजल की सप्लाई की पुरानी व्यवस्था में अब घुनघुट्टा डेम के भी जुडऩे से शहर को पानी की समस्या से निजात मिल जाएगी।
घुनघुट्टा डेम से भरी जाएंगी 6 टंकियां
शहर में कुल 16 टंकियां हैं, इसमें 10 में पानी बांकी डेम से भरा जाना है। शेष 6 को घुनघुट्टा डेम से भरा जाना है। इसमें 5 लाख लीटर की नवागढ़ टंकी को कनेक्ट कर यहां से सप्लाई शुरू कर दी गई है।
महामाया संपवेल में इंटरकनेक्शन
मिशन अमृत के तहत महामाया संपवेल में इंटर कनेक्शन का काम पूर्ण हो गया है। इससे अगर तकिया प्लांट में कोई दिक्कत आएगी तो घुनघुट्टा डेम से पर्याप्त पानी लेकर बांकी से जुड़ी टंकियों को भरकर सप्लाई निर्बाध जारी रख सकेंगे। इसकी वजह से अब शहर में पेयजल सप्लाई की समस्या नहीं होगी।
एक महीने में पूरे शहर में पेयजल सप्लाई
्रनिगम के एमआईसी सदस्य व पेयजल विभाग के प्रभारी द्वितेंद्र मिश्रा ने बताया कि अभी नवागढ़ में घुनघुट्टा डेम से पेयजल सप्लाई शुरू कर दी गई है। शेष टंकियों को भी कनेक्ट किया जा रहा है। उम्मीद है कि एक महीने में पूरे शहर में घुनघुट्टा से पेयजल सप्लाई शुरू हो जाएगी।
पेयजल का करें सदुपयोग
एमआईसी सदस्य द्वितेंद्र मिश्रा ने बताया कि पानी की बर्बादी रोकने सार्वजनिक नलों को जल्द ही बंद किया जाएगा। उन्होंने शहरवासियों से अपील है कि पेयजल का दुरूपयोग न करें। गाड़ी धोने या अन्य दूसरे कार्यों में पेयजल बर्बाद न करें।