सामान्य एक्सप्रेस से इसका किराया अधिक रहेगा। इस ट्रेन में फ्लेक्सी फेयर है। अगर इस ट्रेन से 500 किमी के अंदर किसी भी स्टेशन तक सफर करते हैं तो 3-एसी का किराया 1100 के अलावा जीएसटी देना पड़ेगा। इसी तरह एसी-२ में 1490 के अलावा जीएसटी देना पड़ेगा।
इसी तरह अगर एसी-१ में सफर करते हैं तो 300 किमी के अंदर किसी भी स्टेशन के लिए 1590 रुपए के अलावा जीएसटी देना पड़ेगा। यानी कोई भी यात्री इस ट्रेन से अंबिकापुर से सूरजपुर, बिजूरी, अनूपपुर या शहडोल, कटनी जाएगा तो उसे कोच के अनुसार किराया देना पड़ेगा।
सरगुजा जैसे आदिवासी अंचल में शुरू की गई ट्रेन सेवा में स्लीपर कोच नहीं होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं, एक आम आदमी के लिए इस ट्रेन में सफर करना काफी मुश्किलों भरा होगा।
फलेक्सी फेयर में यात्रियों को पड़ेगा अतिरिक्त भार
फ्लेक्सी फेयर डिमांड के अनुसार काम करता है। जो पहले रिजर्वेशन कराता है, उसे टिकट फ्लेक्सी फेयर (Flaxi fare) यानी जितना टिकट का रेट है उतने में ही मिलेगा। वहीं 10 प्रतिशत सीट बुक होने के बाद उसे ज्यादा रेट पर टिकट मिलेगा। यानी 10 प्रतिशत सीट बुक होने के बाद 1.2 प्रतिशत ज्यादा किराया लगेगा।
इसी तरह 20 प्रतिशत सीट बुक हो जाने पर 1.3 प्रतिशत किराया बढ़ जाएगा। इस तरह फ्लेक्सी फेयर का अतिरिक्त भार सीट बुकिंग के बढ़ते प्रतिशत पर बढ़ता जाएगा।