सरगुजा जिले के अन्य जलाशयों की स्थिति काफी चिंताजनक है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी सूखे जैसी स्थिति है। नदी-नाले खाली हैं। वहीं अल्प वर्षा के कारण धान की रोपाई के कार्यों में रफ्तार नहीं आ पाई है। जिले में अब तक मात्र 10 से 15 प्रतिशत खेतों में ही धान की रोपाई हो पाई है।
सरगुजा जिले में मात्र 381 मिमी वर्षा
मौसम वैज्ञानिक एसके मंडल के अनुसार जिले में 19 जुलाई तक 381 मिमी बारिश हुई है। जबकि औसत बारिश जिले में अब तक 450 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। लेकिप मौसम की बेरुखी के कारण वर्षा पर्याप्त नहीं हो पाई है। 20-21 जुलाई तक बारिश होने की उम्मीद है।पिछले 10 साल से स्थिति चिंताजनक
जल संसाधन विभाग के एसडीओ धनेश राम ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण बांकी डेम (Ambikapur Banki Dam) में पानी का भराव नहीं हो पा रहा है। पिछले साल 50 प्रतिशत भी पानी का भराव नहीं हो पाया था।घुनघुट्टा व बांकी डेम की यह है स्थिति
जल संसाधन विभाग के अनुसार घुनघुट्टा डेम में 62 एमसीएम पानी की क्षमता है। इसमें वर्तमान में 37.2 एमसीएम पानी है, यानी 60 प्रतिशत पानी है। बांकी डेम (Ambikapur Banki Dam) में 37.2 एमसीएम पानी की क्षमता है। यहां अभी 0.85 एमसीएम पानी है। यानी मात्र 4.86 प्रतिशत पानी है।बारिश न होने के कारण बनी स्थिति
बांकी डेम में मात्र 4.86 प्रतिशत ही पानी बचा है। जबकि इसकी क्षमता 37.2 एमसीएम है। पर्याप्त बारिश न होने के कारण भराव नहीं हो पा रहा है। पिछले 10 सालों में पानी का भराव कम होता जा रहा है।धनेश राम, एसडीओ, जल संसाधन विभाग