गौरतलब है कि शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग निवासी अक्षत अग्रवाल हत्या की हत्या (Akshat Agrawal murder case) के आरोपी भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली को पुलिस ने दूसरे ही दिन गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में उसने अक्षत अग्रवाल द्वारा खुद गोली मारने की सुपारी देने की बात कही थी। यह बात न तो अक्षत के परिजनों व शहरवासियों के गले ही उतर रही थी।
हर कोई यह जानना चाह रहा था कि अक्षत (Akshat Agrawal murder case) ने आखिर खुद की सुपारी क्यों दी? आरोपी कहीं झूठ तो नहीं बोल रहा है? इसे देखते हुए एसपी योगेश पटेल आरोपी का नार्को टेस्ट, ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट कराने कोर्ट में आवेदन दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया था।
एसपी ने बताया कि आरोपी का नार्को टेस्ट छत्तीसगढ़ में ही हुआ, जबकि 2 दिन पूर्व ही ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट गुजरात के गांधीनगर में किया गया।
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Akshat Agrawal murder case: ये था मामला
शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग स्थित अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के पुत्र अक्षत अग्रवाल की 20 अगस्त को भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली ने गोली मारकर हत्या (Akshat Agrawal murder case) कर दी थी। 21 अगस्त की सुबह उसकी लाश उसने अक्षत के सीने में 3 गोलियां मारी थी। पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि अक्षत ने ही उसे अपनी हत्या कराने की सुपारी दी थी। इसके बदले अक्षत ने उसे 50 हजार रुपए व अपने सोने की चेन दी थी। उसने यह भी कहा था कि अक्षत खुद पिस्टल व कारतूस लेकर आया था। पुलिस ने आरोपी के पास से 50 हजार रुपए, 3 महंगी पिस्टल व 31 जिंदा कारतूस भी बरामद किए थे।
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