अंबिकापुर. 9 युवकों ने मिलकर एक गिरोह बनाया और वाहन चालकों से लूट(Robbery) की घटना को अंजाम दिया। गिरोह ने पुलिस की वर्दी, रिवाल्वर-कट्टा और धारदार हथियार दिखाकर 7 जून को अंबिकापुर-खरसिया मार्ग पर दरिमा मोड़ के पास स्कॉर्पियो चालक से 7 हजार रुपए व मोबाइल तथा लुचकी घाट पर ट्रक के ड्राइवर से 6 हजार रुपए नकद व मोबाइल लूट (Robbery) लिया था।
रिपोर्ट पर पुलिस उनकी खोजबीन में जुटी थी। इसी बीच पुलिस ने गिरोह के सरगना (Gang leader) को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने दोनों वारदात में शामिल होना स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर नाबालिग समेत 4 और सदस्यों को गिरफ्तार किया, जबकि 4 सदस्य फरार हैं।
पुलिस ने उनके कब्जे से 1 रिवाल्वर, 2 कट्टा, 2 पुलिस की वर्दी, एक कटार व एक चाकू जब्त किया है। पुलिस ने सभी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि जशपुर निवासी फिरोज खान अपनी स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक सीजी 10 जी-4472 को बुकिंग में लेकर 7 जून की रात जशपुर से अंबिकापुर (Ambikapur) आ रहा था। जैसे ही वह अंबिकापुर से लगे दरिमा मोड़ के पास रात 10.30 बजे पहुंचा स्कॉर्पियो खराब हो गई। इसके बाद वह वाहन वहीं खड़ा कर उसमें सोया था।
police dress and other weapon” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/18/loot_gang1_4726041-m.jpg”>इसी बीच रात 2 बजे आधा दर्ज से अधिक अज्ञात युवक रिवाल्वर, कट्टा व धारदार हथियार से लैस होकर पहुंचे और उससे मारपीट कर 7 हजार रुपए व मोबाइल लूटकर फरार हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद युवक अलसुबह 4 बजे लुचकी घाट पर पहुंचे। यहां उन्होंने रोड पर शीशे व पत्थर बिछा दिए।
इस बीच ओडिशा जा रहे ट्रक क्रमांक सीजी 16 सीएफ-5883 पर पत्थर बरसाकर उसे रोक लिया। इसके बाद कट्टा अड़ाकर ड्राइवर की जेब से 6 हजार रुपए व मोबाइल (Mobile) तथा खलासी से मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे। इसके बाद उन्होंने लूट की रकम आपस में बांट ली थी। इसकी रिपोर्ट स्कॉर्पियो व ट्रक ड्राइवरों ने कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी।
मुखबिर की सूचना पर गिरोह के सरगना को दबोचा एक ही रात 2 लूट की वारदात के अपराधियों को पकडऩा पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। कोतवाली पुलिस ने इसकी सूचना आला अधिकारियों को दी। एसपी (Suprintendent of police) के निर्देशन एवं एएसपी तथा सीएसपी के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस की टीम ने रात्रि गश्त बढ़ाई और मुखबिरों को लगाया।
इसी बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने शहर के भाथूपारा निवासी अंकित दास पिता मिश्री दास को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की। कड़ाई से पूछताछ में उसने गिरोह (Loog gang) के अन्य 8 सदस्यों के साथ लूट की दोनों वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया।
हथियारों के साथ 5 लुटेरे गिरफ्तार, 4 फरार लूट के सरगना अंकित दास की निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह (Robbery gang) के अन्य 4 सदस्यों को भी गिरफ्तार किया। इनमें मठपारा निवासी मोनू साहू पिता स्व. नरेश, ग्राम लुचकी निवासी शहजाद आलम पिता नसीर आलम, ग्राम लुचकी क्रांतिप्रकाशपुर निवासी मनीष उर्फ हाड़ी पिता दुलार तथा मौसम गहरवार पिता भोला गहरवार शामिल हैं।
जबकि पत्थलगांव निवासी चूड़ामणि यादव वर्तमान निवासी गंगापुर, दर्रीपारा बहादुर उर्फ सूरज, भट्ठापारा निवासी बाबू उर्फ रोहित मालाकार तथा ग्राम बंजारी निवासी बिच्छु उरांव फरार हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 1 रिवाल्वर, 2 कट्टा, 2 पुलिस की वर्दी, एक कटार व एक चाकू जब्त किया है। पुलिस ने सभी को मंगलवार को न्यायालय (Court) में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
सरगना के घर बनाई थी योजना पुलिस ने बताया कि गिरोह के सरगना (Gang leader) अंकित एक माह पहले ही पिता बना था। लोगों को पार्टी देने के लिए रुपए नहीं होने पर उसने 9 सदस्यों का गिरोह बनाया। उनके साथ मिलकर उसने अपने घर पर लूट की योजना बनाई थी। व्हाट्सएप ग्रुप (Whatsapp group) पर सभी एक-दूसरे से जुड़े हैं।
गु्रप में ही चैट कर ये तय जगह पर मिलते थे। लूट गिरोह को पकडऩे में कोतवाली टीआई विनीत दुबे, एसआई प्रियेश जॉन, एएसआई अजीत मिश्रा, आरक्षक अभय चौबे, विकास सिंह, अरविंद उपाध्याय, संजीव चौबे, प्रविंद्र सिंह, मुकेश चौधरी व राहुल सिंह सक्रिय रहे।