उदयपुर के खोंधला पहाड़ से अजीब तरह की आवाज सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि 3 भालू तारों के बीच फंसे हैं। इसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही एसडीओ विजेंद्र सिंह ठाकुर, रेंजर सपना मुखर्जी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।
काफी संख्या में लोगों की भीड़ देख भालू तार से खुद को छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन वे सफल नहीं हो पा रहे थे। इसी बीच एक भालू तार से छुटकर लोगों की ओर दौड़ा। यह देखकर सभी भागने लगे, इस बीच पत्थर व झाडिय़ों से टकराकर वे गिर पड़े। घटना में 4 वनकर्मी समेत 8 लोग घायल हो गए।
परिक्षेत्र सहायक ने बचाई कई लोगों की जान
तार से छूटा एक भालू लोगों की भीड़ देख इधर-उधर भाग रहा था। इसी दौरान भालू वहां मौजूद 8-10 लोगों की ओर हमला करने दौड़ा। यह देख लोगों के पीछे खड़े वन विभाग के परिक्षेत्र सहायक शशिकांत आगे आ गए और भालू की गर्दन पकड़ ली और उसे नाले की ओर धकेल दिया। इससे कई लोगों की जान बच गई। वहीं भालू वहां से जंगल की ओर भाग निकला।
2 भालुओं को किया गया ट्रैंक्यूलाइज, 1 की मौत
शाम करीब 4.30 बजे तक 2 भालू तारों के बीच ही फंसे थे। ऐसे में वन अधिकारियों द्वारा उन्हें ट्रैंक्यूलाइज कर बाहर निकालने का निर्णय लिया गया। वन अधिकारियों के बुलावे पर डॉक्टर अजीत पांडेय वहां पहुंचे और दोनों भालुओं को ट्रैक्यूलाइज किया।
ट्रैक्यूलाइज गन लगने से डेढ़ वर्षीय एक भालू छटपटाने लगा और तार से गर्दन कस जाने से उसकी मौत हो गई। यह भालू पेड़ के बीच फंसा था। इसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा भालुओं को तार से छुड़ाया गया। शुक्रवार को मृत भालू का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शिकारियों ने बिछाया था तार
खोंधला पहाड़ पर शिकारियों द्वारा जंगलीसुअर का शिकार करने तार बिछाया गया था। यह तार वाहन के एक्सीलरेटर वायर थे। वन विभाग ने मौके से 30-40 की संख्या में एक्सीलरेटर वायर जब्त किए हैं। किन लोगों द्वारा इसे बिछाया गया था, इसकी तस्दीक विभाग द्वारा की जा रही है।