ट्रांसपोर्ट व्यवसाई से मांगी गई थी रंगदारी
रंगदारी मांगने की यह घटना 10 दिन पहले का है। जिले का चर्चित माफिया दिलीप वर्मा, जो इस समय सजायाफ्ता के रूप में वाराणसी जेल में बंद है। उसके द्वारा फोन पर जिले के ट्रांसपोर्ट व्यवसाई राजेन्द्र प्रसाद से लाखों रूपये की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी मांगने वाले ने अपना नाम दिलीप वर्मा ही बताया था। इस मामले की सूचना ट्रांसपोर्ट व्यवसाई ने पुलिस को दी थी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर टीम लगाकर इसकी जांच शुरू कराई और आखिर में पुलिस को इसका खुलासा करने में सफलता मिल गई।
पुलिस अधीक्षक ने किया खुलासा
रंगदारी मांगने के मामले में स्वाट टीम के साथ अन्य पुलिस के सहयोग से मिली इस कामयाबी के बारे में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्ट व्यवसाई से रंगदारी मांगने वाला मुख्य अभियुक्त जेल में बंद दिलीप वर्मा है। इसके अलावा पुलिस इस घटना को अंजाम देने की तैयारी में जुटे चार लोगों को पकड़ने में सफलता पाई है, जिसमें से एक तो दिलीप वर्मा का रिश्तेदार ही है।
माफिया दिलीप वर्मा के रिस्तेदार अनुपम वर्मा समेत 4 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है और अनुपम वर्मा इस समय दिलीप वर्मा के नाम पर वसूली का काम जिले में करता था। ट्रांसपोर्टर से रंगदारी मांगने के पीछे गिरफ्तार लालजी यादव का ट्रांसपोर्टर से पैसे का लेन देन का विवाद भी एक कारण बना। जिले की स्वाट टीम ने अकबरपुर कोतवाली पुलिस के साथ मिलकर इस मामले का खुलासा किया। पुलिस ने जेल में बंद माफिया दिलीप वर्मा को मुख्य अभियुक्त बनाते हुए गिरफ्तार चारो अभियुक्तों को जेल भेज दिया है।