साल भर पहले भी की थी आत्महत्या की कोशिश
इस दुखद घटना को अंजाम देने के लिए आखिर विकास ने मार्च का महीना ही क्यों चुना। इसको लेकर लोगों के मन मे तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि पिछले साल 2017 में भी जब विकास ने खुद को अम्बेडकर नगर में गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया था। तब तारीख 12 मार्च ही रही है। फिलहाल यह लोगों की समझ मे तो नही आ रहा है कि यह महज संयोग है या फिर मार्च को लेकर विकास किसी उलझन में रहता रहा है।
सुसाइड से पहले फेसबुक पर लिखा बीमारी से परेशान हूं
लालजी वर्मा मंत्री और विधायक बनने से पहले एक सम्पन्न किसान के पुत्र रहे हैं और राजनीति में आने के बाद से सम्पन्नता और भी बढ़ती ही गई। कहीं किसी चीज की कमी नहीं रही। इनकी दो औलादों में बड़े विकास और छोटी बेटी छाया हैं। विकास के बारे लोग बताते हैं कि व्यवहार में बहुत ही लोकप्रिय रहता था विकास। राजनीति में बहुत ज्यादा दिलचस्पी तो नहीं थी लेकिन अपने पिता और माता के चुनाव में जी जान से प्रचार प्रसार में लगा रहता था। यह भी विकास के शुभ चिंतक बताते हैं कि विकास अपनी बीमारी के कारण भी मानसिक उलझन में रहता रहा। जिसकी चर्चा भी विकास ने अपने पहले आत्महत्या के प्रयास में फेसबुक पर मैसेज डालकर लोगों को दी थी। तब विकास ने अपने माता पिता से अपने दो बेटों के पालन पोषण करने का और अपने शुभ चिंतकों से परिवार को सांत्वना देने का अनुरोध किया था।
रामगोविंद चौधरी से काफी देर तक की मायावती से मुलाकात
सांत्वना देने के बाद वहां से जाते समय मायावती ने रामगोविंद चौधरी को अलग से बुलाया। इस दौरान मायावती ने खुद रामगोविद चौधरी का इंतजार किया। दोनों ने फिर हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया। कुछ क्षण साथ रहने के बाद मायावती वहां से चली गईं। जाने से पहले मायावती ने एक बयान में कहा कि लालजी वर्मा के बेटे की आत्महत्या से पूरा बसपा परिवार दुखी है। उसने पेट की बीमारी से दुखी होकर आत्महत्या की। हमने पूरे परिवार ने समझाने की कोशिश की है।
इस मौत पर दहल गया पूरा यूपी
इस दुखद घटना से न सिर्फ लालजी वर्मा के परिवार, गांव और आस पास के क्षेत्रों में बल्कि पूरे जिले सहित यूपी में भी शोक की लहर है और लोग विकास की मौत से सदमे में हैं। लोगों को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली कि बसपा नेता और पूर्व मंत्री लालजी के इकलौते पुत्र विकास वर्मा ने अपने गोमती नगर आवास पर एक बार फिर गोली मार ली है। लोगों को इस बात की भी जानकारी मिली कि पेट मे गोली लगी है और गंभीर हालत में उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है, लेकिन थोड़ी ही देर बाद इस बात की भी लोगों को सूचना मिली कि इलाज के दौरान विकास की मौत हो गई। इतनी खबर आते ही लोग दुखी होकर अपने जानने वालों से इस बात की पुष्टि करने लगे। लोगों को शायद विकास की मौत का भरोसा नहीं हो पा रहा था और लोग यह सोंच रहे थे कि शायद अभी भी कहीं से यह खबर झूठी होने की सूचना मिल जाए।