बेरोजगारों के लिए खुशखबरी, कांस्टेबल और स्टेनोग्राफर की निकली भर्ती, फटाफट करें आवेदन
एसओजी जयपुर निरीक्षक सुरेश कुमार ने आरोपों के आधार पर परिषद के अफसरों से कुछ रेकॉर्ड लिए थे और उनके भी बयान दर्ज किए। उसके बाद उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी। उसी के आधार पर केस दर्ज हुआ है। अरावली विहार थाने में शिक्षक रुकमणी नंदन शर्मा, लिपिक कमल सिंह व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बाकी विस्तृत जांच के आधार पर केस दर्ज हो सकते हैं। राजस्थान पत्रिका ने छह लोगों की नियुक्तियों को लेकर दो मई को खबर प्रकाशित की।
क्या कहती है एसओजी की रिपोर्ट : एसओजी के निरीक्षक सुरेश कुमार का कहना है कि जिला परिषद की इन नियुक्तियों में पूरा जांच दल कटघरे में है। इसमें शाखा लिपिक, नियुक्ति देने वाले अफसर, दस्तावेज सत्यापन दल, विधि से जुड़े लोगों की की जांच की जा रही है। इसकी जांच अब स्थानीय पुलिस विस्तृत रूप से करेगी और उसी आधार पर कार्रवाई होगी। बताया जा रहा है कि जिला परिषद के अन्य प्रकरणों की भी एसओजी जांच कर सकती है।
ये हैं रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु
शिक्षक भर्ती की पात्र अभ्यर्थी योगेंद्री यादव को नौकरी नहीं देकर अपात्र व्यक्ति और कम नंबर वाले अभ्यर्थी को नौकरी दिया जाना।
कनिष्ठ लिपिक भर्ती में अपात्र अभ्यर्थी रुकमणी नंदन शर्मा की ओर से खुद की उम्र की सही सूचना दिए जाने के बाद ओवरऐज होने पर भी एलडीसी पद पर नियुक्ति दिया जाना।
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अपात्र अभ्यर्थी प्रमिला देवी को हाईकोर्ट में जिला परिषद की ओर से अपात्र होने की सूचना देने के बाद एलडीसी पद पर नौकरी दिया जाना।
अपात्र शिक्षक अभ्यर्थी कमल सिंह को आवेदन के एक साल बाद की डिग्री लगाए जाने पर भी शिक्षक पद पर नौकरी दिया जाना।
फर्जी नियुक्तियों की जांच रिपोर्ट भेजी
जिला परिषद अलवर में शिक्षक व लिपिकों की फर्जी नियुक्तियों की जांच करके रिपोर्ट भेज दी गई है। अब विस्तृत जांच संबंधित थाने की पुलिस करेगी और उसी आधार पर कार्रवाई होंगी।— सुरेश कुमार, पुलिस निरीक्षक, एसओजी जयपुर