मंदिर महंत देवादास ने बताया कि निर्जला एकादशी व्रत पर महिलाओं ने बांके बिहारी मन्दिर में जल से भरे कलश, पंखी, खरबूजे, तरबूज, आम, केला और अन्य फल चढ़ाएं। भजन-कीर्तन कार्यक्रम के दौरान महिला श्रद्धालुओं ने ढोलक, झांझ व मंजीरे आदि वाद्य यंत्रों की धुनों पर नृत्य किया। इस मौके पर मंदिर में विराजित बांके बिहारीजी, हनुमान, गणेश व शिव परिवार की प्रतिमाओं की मनमोहक झांकी सजाई गई। कार्यक्रम के अंत में महाआरती के बाद बांकेबिहारी को भोग लगाकर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया।
………… ठण्ड़ाई व शीतल जल की प्याऊ लगाकर मुसाफिरों की बुझाई प्यास, कमाया पुण्य पिनान. निर्जला एकादशी का पर्व मंगलवार को श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। लोगों ने व्रत रखकर दान-पुण्य किया एवं सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में जाकर कथा सुनी और जल, घड़ा, फल, पंखा आदि सामान दान किया।
कस्बे के अलवर-करौली नेशनल हाईवे सड़क स्थित बस स्टैंड चौराहे पर मंगलवार को निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में हनुमान मित्र मंडल सहित कई धार्मिक संस्थाओं की ओर से ठण्डाई व शीतल पेय की प्याऊ लगाकर पुण्य कमाया। मंडल अध्यक्ष हरिओम बंसल ने बताया कि भीषण गर्मी के बीच उत्पन्न पेयजल की समस्या से निजात पाने के लिए एकादशी पर्व पर प्याऊ लगाकर राहगीरों को ठंडा पेय पिलाया गया है। सदस्यों ने बसों में यात्रियों को शरबत व ठण्डाई पिला कर तृप्त किया। इस अवसर पर शिवचरण जांगिड़, विपिन मिश्रा, बिरजू राम मीणा, राकेश राजोरा, सतीश जांगिड़, लक्ष्य मिश्रा, दिनेश सैनी, प्रिंस बंसल आदि मौजूद रहे।