जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा ने कार्यक्रम में अधिक से अधिक पार्षद व लोगों को लाने के लिए फोन किया था। इस बातचीत में जिलाध्यक्ष ने सभापति से कहा कि सभी वार्ड पार्षद कार्यक्रम में आने चाहिए और प्रत्येक वार्ड से 20-20 आदमी भी।
इस पर सभापति ने कहा कि साहब वार्ड पार्षद खुद आ जाएं वहीं बहुत है। इसके जवाब में जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा ने कहा कि चलो कोई बात नहीं। थोड़े दिन बाद टाइम आएगा जब पार्षदों की भी पूजा होगी। विधायकों (एमएलए) की तो हो गई। इस बातचीत का ऑडियो खूब वायरल हो रहा है, जो आगे आने वाले चुनावों का पार्टी के नेताओं के भीतर बैठे डर को बयां कर रहा है।
इस पर सभापति ने कहा कि साहब वार्ड पार्षद खुद आ जाएं वहीं बहुत है। इसके जवाब में जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा ने कहा कि चलो कोई बात नहीं। थोड़े दिन बाद टाइम आएगा जब पार्षदों की भी पूजा होगी। विधायकों (एमएलए) की तो हो गई। इस बातचीत का ऑडियो खूब वायरल हो रहा है, जो आगे आने वाले चुनावों का पार्टी के नेताओं के भीतर बैठे डर को बयां कर रहा है।
पार्टी की हार से जिलाध्यक्ष खुश टैक्स्ट मैसेज में ऑडियो को लेकर सभापति ने लिखा कि ये बात मेरे साथ अलवर जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा की है। अध्यक्ष ने मुझे स्पष्ट बोला कि एमएलओ की पूजा हो चुकी है। जल्दी ही पार्षदों की भी छह माह में हो जाएगी। मैं उसी दिन से ठीक से सो भी नहीं पा रहा हूं। मुझे लगता है कि जिला अध्यक्षजी मेरे व पार्षदों के खिलाफ कुछ षडय़ंत्र कर रहे हैं। एमएलओ की पूजा हो चुकी है। बोलने का मतलब की पार्टी की हार से जिलाध्यक्ष खुश हैं।
आप भी जानिए हुबहू बातचीत जिलाध्यक्ष – खन्नाजी नमस्ते।
सभापति – जी भाईसाब नमस्ते। अरे भाई साब मेरे को ही कर लेने देते।
जिलाध्यक्ष – खन्नाजी साढ़े आठ बजे सभी पार्षद और हर वार्ड के आदमी आने चाहिए।
सभापति – भाईसाब मैंने सबन को फोन करा दिया है।
जिलाध्यक्ष – नहीं आपने केवल शिवकुमार को फोन किया है। उनसे कहा कि सभी पार्षदों को फोन कर दे। शिव कुमार ने अभी फोन करना भी शुरू नहीं किया। एक-एक पार्षद को बोलो की 20-20 आदमी लेकर आए। नहीं तो खाली कुर्सियों की फोटो छप जाएगी अखबार में।
सभापति – मैं देखो पहले बता दूं कि पार्षद तो खुद ही आ जाएं, अपने आप में यही बड़ी बात है।
जिलाध्यक्ष – चलो ठीक है कोई बात नहीं। थोड़े दिन बाद टाइम आएगा जब पार्षदों की भी पूजा होगी। एमएलओ की तो हो गई।
सभापति – मैं तो आपसे कह रहा हूं। एक मिनट मेरी रिक्वेस्ट तो सुने। मेरी तो अभी सुनी कहां आपने।
जिलाध्यक्ष – मैं सुबह साढ़े आठ बजे पहुंच जाऊंगा। वहीं बात करेंगे।
सभापति – एक मिनट सुनो तो सही।
जिलाध्यक्ष – बताओ
सभापति – साढ़े छह बजे, हम एक सफाई अभियान एक नम्बर स्कीम से चालू करने वाले हैं। एमएलए साहब के साथ। जितने बंदे वहां आएं होंगे। सबसे रिक्वेस्ट करूंगा। साहब का ऑर्डर हैं वहां और पहुंचना है पनोरमा पर। मैं वहां साढ़े आठ बजे पहुंच जाऊंगा।
जिलाध्यक्ष – पधारिए। मैं सवा आठ बजे पहुंच जाऊंगा।
सभापति – बिल्कुल ठीक है।
सभापति – जी भाईसाब नमस्ते। अरे भाई साब मेरे को ही कर लेने देते।
जिलाध्यक्ष – खन्नाजी साढ़े आठ बजे सभी पार्षद और हर वार्ड के आदमी आने चाहिए।
सभापति – भाईसाब मैंने सबन को फोन करा दिया है।
जिलाध्यक्ष – नहीं आपने केवल शिवकुमार को फोन किया है। उनसे कहा कि सभी पार्षदों को फोन कर दे। शिव कुमार ने अभी फोन करना भी शुरू नहीं किया। एक-एक पार्षद को बोलो की 20-20 आदमी लेकर आए। नहीं तो खाली कुर्सियों की फोटो छप जाएगी अखबार में।
सभापति – मैं देखो पहले बता दूं कि पार्षद तो खुद ही आ जाएं, अपने आप में यही बड़ी बात है।
जिलाध्यक्ष – चलो ठीक है कोई बात नहीं। थोड़े दिन बाद टाइम आएगा जब पार्षदों की भी पूजा होगी। एमएलओ की तो हो गई।
सभापति – मैं तो आपसे कह रहा हूं। एक मिनट मेरी रिक्वेस्ट तो सुने। मेरी तो अभी सुनी कहां आपने।
जिलाध्यक्ष – मैं सुबह साढ़े आठ बजे पहुंच जाऊंगा। वहीं बात करेंगे।
सभापति – एक मिनट सुनो तो सही।
जिलाध्यक्ष – बताओ
सभापति – साढ़े छह बजे, हम एक सफाई अभियान एक नम्बर स्कीम से चालू करने वाले हैं। एमएलए साहब के साथ। जितने बंदे वहां आएं होंगे। सबसे रिक्वेस्ट करूंगा। साहब का ऑर्डर हैं वहां और पहुंचना है पनोरमा पर। मैं वहां साढ़े आठ बजे पहुंच जाऊंगा।
जिलाध्यक्ष – पधारिए। मैं सवा आठ बजे पहुंच जाऊंगा।
सभापति – बिल्कुल ठीक है।