उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में एक या 2 ग्राम पंचायत को छोडक़र किसी भी ग्राम पंचायत में रोडवेज बसें नहीं आती-जाती है। ऐसे में ग्रामीणों को मुंह मांगा किराया देकर निजी बसों व गाडिय़ों में सफर करना पड़ता है। उपखंड क्षेत्र में रोडवेज बस चलाने को लेकर क्षेत्र के लोग कई बार उपखंड अधिकारी और जनप्रतिनिधियों व परिवहन विभाग के अधिकारी को ज्ञापन देकर बस के संचालन की मांग कर चुके हैं, बावजूद सरकार व प्रशासन की ओर से क्षेत्र में रोडवेज बस चलाने के लिए कोई प्रभावी कदम नहींं उठाए जा रहे हैं।
उतार देते है बीच रास्ते में
उतार देते है बीच रास्ते में
ग्रामीणों का आरोप है कि जिन मार्ग पर रोडवेज बसों का संचालन नहीं है। वहां पर निजी बस संचालक सवारी के चक्कर में बसों को मनमर्जी से चलाते हैं। संचालक ने बस से बीच रास्ते में उतारने को आतुर रहते हैं।
महिला यात्री और छात्राएं अधिक परेशान
महिला यात्री और छात्राएं अधिक परेशान
गांवों में रोडवेज बसों का संचालन नहीं होने से यात्रा करने वाली पुरुष और विद्यार्थी लटक कर और छतों पर बैठकर यात्रा करते हैं। ऐसे में महिला यात्री और छात्राएं अधिक परेशान रहती हैं। घंटों तक वाहनों के इंतजार में बस स्टैंड पर खड़ी रहती हैं, जिन्हें घर पहुंचने एवं स्कूल पहुंचने में देर हो जाती है।
जान जोखिम में डालकर यात्रा
जान जोखिम में डालकर यात्रा
रोडवेज बसें संचालित नहीं होने से ग्रामीण निजी वाहनों में जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। पूर्व में राज्य सरकार ने लोक परिवहन सेवा के नाम से निजी बसों की सेवाएं शुरू की थी। इस पर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लगा कि उन्हें अब मनमाने किराए से निजात मिलेगी। परिवहन बस सेवा ऑपरेटर ने ग्रामीण क्षेत्र में खास रुचि नहीं दिखाई। जिसके चलते लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाया। ऐसे में लोगों की मांग है कि राज्य सरकार की ओर से क्षेत्र में रोडवेज बसों का संचालन करे तो उन्हें आवागमन में सहूलियत मिलेगी। ग्रामीणों को निजी बसों पर बैठकर गाडिय़ों के पीछे लटक कर सफर करना पड़ता है।
इनमें नहीं रोडवेज बसों का संचालन
इनमें नहीं रोडवेज बसों का संचालन
स्टेट हाइवे नंबर 52 पर हरसौरा मार्ग पर गांव हरसौरा, गूंता शाहपुर, देवसन, बाबरिया, लेकड़ी, चतरपुरा, नीमूचाना, बास दयाल, खेड़ा, श्यामपुरा, रसनाली, बामनवास, रघुनाथपुरा, चूला, होलावास, बबेडी, आलनपुर सहित कई ग्राम पंचायतों में रोडवेज बसों का संचालन नहीं है। गत वर्ष हरसौरा नारायणपुर मार्ग पर बस का संचालन किया गया था, लेकिन तीन माह बाद ही रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया।