अलवर जंक्शन पर अब दो नहीं तीन प्लेटफॉर्म होंगे। तीसरा प्लेटफॉर्म भी करीब-करीब बनकर तैयार है। दो दिन बाद 31 जनवरी को तीसरे प्लेटफॉर्म को चालू करने की पूरी तैयारी हो रही है। जिसके लिए 30 व 31 जनवरी को बॉम्बे से सीआरएस टीम के साथ आएंगे। इस टीम के निरीक्षण के बाद नए प्लेटफॉर्म के फिट होने की हरी झण्डी दी जाएगी। यदि टीम मौके पर किए गए कार्य को पूरा नहीं मानती है तो कुछ दिन का समय और लग सकता है। लेकिन रेलवे के अधिकारियों का मानना है कि तीसरे प्लेटफॉर्म को शुरू करने के लिए शेष कार्य को पूरा करने के प्रयास हैं।
अलवर से ढिगावड़ा तक दोहरीकरण तैयारी सीआरएस की ओर से जंक्शन पर बने तीन नम्बर प्लेटफॉर्म को फिट मानने का मतलब अलवर से ढिगावड़ा तक रेलवे ट्रैक का देाहरीकरण का कार्य पूरा माना जाएगा। इसके बाद दो नम्बर से निकलने वाली ट्रेनों को तीन नम्बर से निकाला जाने लगेगा। कुछ दिनों तक दो नम्बर प्लेटफॉर्म की मरम्मत का कार्य भी चलेगा। तब तक दो नम्बर पर आने वाली गाडिय़ां तीन पर चलेंगी। फिर मथुरा रूट की गाडिय़ां तीन पर जंक्शन के तीनों प्लेटफॉर्म चालू होने पर तीसरे नम्बर से मथुरा की तरफ जाने वाली ट्रेनों को निकाला जाएगा। जिससे इन दोनों प्लेटफॉर्म पर गाडिय़ों की आवाजाही और सहज हो सकेगी। गाडिय़ों को सुपरफास्ट ट्रेनों को निकालने के लिए अधिक देर तक रुकना नहीं पड़ेगा।
पूरा दोहरीकरण होने में एक साल अलवर से बांदीकुई के बीच रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के कार्य में अभी करीब एक साल का समय और लग सकता है। अभी अलवर से ढिगावड़ा के बीच करीब 23 किलोमीटर के ट्रैक का देाहरीकण का कार्य पूरा होने जा रहा है।