सूत्रों के अनुसार रेलवे स्टेशन पर पेयजल के लिए वर्षों पूर्व पानी की टंकी निर्माण के साथ बोरवेल का कार्य पूर्ण हो चुका है, लेकिन अब तक पाइप लाइन नहीं डलने एवं कनेक्शन नहीं होने के कारण जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर जलापूर्ति का ठेका दिया हुआ है, लेकिन निर्धारित मापदंड के अनुसार जलापूर्ति नहीं की जा रही है।
प्रतिदिन 25 हजार लीटर जलापूर्ति करना निर्धारित स्टेशन मास्टर शिवराम मीणा ने बताया कि ठेकेदार को दिए गए टेंडर के अनुसार प्रतिदिन 25000 लीटर पानी जलापूर्ति करना निर्धारित है, लेकिन वह 16000 या 17000 लीटर पानी की जलापूर्ति करता है, जिसमें स्टेशन की टंकियों सहित कर्मचारी क्वार्टर्स, रेलवे पुलिस चौकी, रेलवे परिसर में पेड़ों के लिए पानी की पूर्ति नहीं हो पाती। कई बार तो पूरे दिन पानी नहीं आता है। मापदंड अनुसार जलापूर्ति नहीं करने की शिकायत कई बार अधिकारियों को की जा चुकी है।
स्टेशन पर 30 नल 6 टंकियां व दो वाटर कूलर खेरली रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफाॅर्म है, जिन पर लगभग 30 नल और 6 टंकियां एवं दो वाटर कूलर लगे हुए है। एक वाटर कूलर खराब है, वही 6 टंकियां में से दो टंकियों एवं एक दिव्यांगों के लिए बनी टंकी में ही पानी उपलब्ध रहता है, शेष प्लेटफॉर्म नंबर दो पर किसी भी टंकी एवं नलों में पानी नहीं आता।
बिल फॉरवर्ड नहीं किए मैंने नवंबर 2022 के बाद आज तक बिल फॉरवर्ड नहीं किए हैं। ठेकेदार कम पानी उपलब्ध कराकर पूरे बिलों पर हस्ताक्षर करवाना चाहता है, पर मैंने नहीं किए। बिलों का भुगतान कैसे हुआ, यह मेरी जानकारी में नहीं है।
शिवराम मीणा स्टेशन मास्टर। …………… ठेका समाप्त किया जाएगा स्टेशन की टंकी एवं बोरवेल का कार्य पूर्ण होने के बाद पाइप लाइन डालने एवं कनेक्शन करने का काम किया जा रहा है। अधिकतम 15 दिवस में कार्य पूर्ण हो जाएगा, तब जलापूर्ति की कमी नहीं होगी। ठेकेदार की बहुत शिकायत है। उसकी ओर से लाए गए पानी की गुणवत्ता भी सही नहीं है। पूरा पानी भी उपलब्ध नहीं करा रहा है। शीघ्र ही इसका ठेका समाप्त किया जाएगा। ठेकेदार को भुगतान स्थानीय स्टेशन मास्टर की रिपोर्ट पर किया जाता है। हम स्टेशन की मोहर को वरीयता देते हैं। उस पर हस्ताक्षर किसके हो रहे हैं, यह हम बैंक की तरह जांच नहीं करते।
देवीसिंह सीनियर सेक्शन इंजीनियर ………………. पाइप लाइन नहीं डाली पानी की टंकी और बोरवेल होने के बाद भी आज तक पाइप लाइन नहीं डाली गई और न ही कनेक्शन हुए है। कई बार डीआरएम सहित सभी बड़े अधिकारियों को ज्ञापन दे दिया है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हमारे पास भी ठेकेदार की ओर से पानी पूरा नहीं देने की शिकायत है, पर क्या कर सकते हैं। लख्मी चंद कंसल, अध्यक्ष एनसीआर रेलयात्री समिति खेरली।