पर्ची कटवाने के लिए महिला एवं पुरुष मरीज की एक ही लाइन होने से काफी परेशानी होती है। ओपीडी पर्ची के लिए बहुत देर तक खड़ा रहना पड़ता है। अस्पताल में वार्ड सहित लगभग हर एक स्थान पर सफाई व्यवस्था चौपट है। बेड पर बेडशीट गंदी और बेतरतीब बिछी हुई रहती है। बेड़ के पास ही इंजेक्शन, पट्टी, सीरिंज, दवाइयों के रेपर, बोतल सहित अन्य अनुपयोगी सामग्री पड़ी रहती है। डस्टबिन ऊपर तक भरे रहते हैं।
10 साल से महिला चिकित्सक नहीं कठूमर अस्पताल में डॉक्टर के 12 पद सुकृत हैं, जिसमें मात्र पांच डॉक्टर अस्पताल में बैठते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि महिला चिकित्सक का पद 10 साल से रिक्त पड़ा है, इस पद पर अभी तक कोई नियुक्ति नहीं हुई है। प्रसव का कार्य नर्सिंग कर्मियों पर निर्भर है। सर्जन का भी अभाव है। अस्पताल के वार्डों में सीलन के कारण दीवारों से मरीज के बेड़ पर प्लास्टर झड़ रहा है।
भरता है बारिश का पानी अस्पताल परिसर में बारिश के दिनों में पानी भर जाने के कारण तालाब सा दिखाई देने लगता है। अस्पताल परिसर में कई जगह गुटखे की थूके हुए होने से निशान हैं, जबकि कई जगह पर धूम्रपान एवं गुटखा संबंधी चेतावनी भी लिखी हुई है। चेतावनी के बिल्कुल पास में ही पीक के निशान बने हुए है। मरीजों की शिक़ायत है कि चिकित्सकों के समय पर नहीं आने के कारण लंबी कतारें लग जाती है। एक मरीज को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है। पहले से ही चिकित्सकों की कमी से अस्पताल जूझ रहा है, वहीं चिकित्सकों का समय पर अस्पताल नहीं पहुंचना कोढ़ में खाज का काम करता है।
ओपीडी 500 तक इस समय मौसमी बीमारियों के कारण ओपीडी में मरीजों की संख्या लगभग प्रतिदिन 400 से 500 तक पहुंच रही है। ऐसे में अव्यवस्थाओं से रोगी और दुखी हो जाते हैं, जबकि उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। अस्पताल परिसर में शौचालय नहीं होने के कारण मरीज को इधर-उधर भटकना पड़ता है।
शीघ्र नया रूप देंगे इस बारे में कठूमर विधायक रमेश खींची का कहना है कि यह मामला अब मेरे संज्ञान में आया है। कठूमर क्षेत्र में विकास के नाम पर तत्कालीन सरकार ने राजनीति की है। 10 साल से महिला चिकित्सक का पद खाली है। शीघ्र ही अस्पताल में महिला चिकित्सक लगाएंगे। कठूमर अस्पताल भवन को शीघ्र ही नया रूप देने की कोशिश करेंगे। डॉक्टर की कमी को चिकित्सा मंत्री से मिलकर दूर करेंगे। नए चिकित्सक लगवाने का प्रयास करेंगे
समस्याओं से अवगत करा रखा है अस्पताल प्रभारी डॉ. जवाहर सिंह सैनी का कहना है कि अस्पताल व क्वार्टर्स जर्जर हालत में है। वर्तमान में 7 चिकित्सकों के पद रिक्त चल रहे हैं। हमने प्रशासन को इन समस्याओं के बारे में अवगत भी कराया है।