अलवर। कहते हैं कि सफलता मिलना आसान नहीं होती हैं। इसके लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। मुश्किल भी बहुत आती हैं, लेकिन हार नहीं मानने वाले ही सफलता के शिखर पर पहुंच पाते हैं। अलवर शहर के युवा योगेंद्र सैनी भी ऐसे ही सफल इंसान हैं, जिनका नाम आज पहचान का मोहताज नहीं है। जो कभी चाय की थड़ी पर कप-प्लेट धोते थे, लेकिन आज पूरी दुनिया इन्हें टेक्टिनकल योगी के नाम से जानती है। इन्होंने जो देश विदेश में पहचान बनाई है वो इनकी मेहनत का ही परिणाम है। यूटयूब चैनल पर इंटरनेट से जुड़े तकनीकी कार्यों की जानकारी देते हैं। ये जहां जाते हैं वहां युवाओं की भीड़ इनके पीछे उमड़ पड़ती है।
सिंगापुर में भारत का करेंगे प्रतिनिधित्व
योगेंद्र योगी 12 व 13 दिसंबर को गूगल के हैड ऑफिस सिंगापुर में आयोजित शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। जिसमें कई देशों के वीडियो कंट्रीब्यूटर और प्रोडेक्ट एक्सपर्ट भाग लेंगे। योगी इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारत से तीन लोग शामिल हो रहे हैं। राजस्थान से शामिल होने वाले एक मात्र व्यक्ति हैं। इस सम्मेलन में एशिया में यू-टयूब का भविष्य क्या होगा एवं गूगल के प्रोडेक्ट में अभी क्या समस्याएं बाकी हैं। इस पर चर्चा की जाएगी।
दिन में काम और रात में करते थे पढ़ाई
शहर के अपनाघर शालीमार सोसायटी में रहने वाले योगेंद्र योगी जब बहुत छोटे थे तो बचपन में ही इनके पिता की मुत्यु हो गई थी। घर में सबसे बड़े होने के कारण सारी जिम्मेदारी इनके कंधों पर आ गई। मजबूरी में घर चलाने के लिए चाय की ठेली पर कप प्लेट धोते थे। इसकी एवज में मात्र 300 रुपए मिलते थे। इसके अलावा अखबार बांटने व मजदूरी पर भी जाते थे।
ऐसे हालातों में पढ़ाई करना मुश्किल था, लेकिन पढ़ने की लगन थी। इसलिए दिन में नौकरी करते और रात को पढ़ाई करते। कक्षा आठ से स्नातक की पढ़ाई ऐसे ही हालातों में की। फिर बीजेएमसी की है। इनके पास कभी रहने के लिए कच्चा मकान था, लेकिन आज आलीशान मकान बना रहे हैं।
2016 में यू-ट्यूब चैनल शुरू किया
इस दौरान कुछ ऐसा करने की ललक थी, जिससे पहचान मिल सके। ऐसे में एक दोस्त की सलाह पर वर्ष 2016 में एक दोस्त के कहने पर टेक्निकल योगी यू-ट्यूब चैनल बनाकर उस पर विडियो डालने शुरू किए। कुछ महिनों तक को इसमें कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन 6 महीने बाद पहली बार आठ हजार रुपए मिले जिससे उत्साह बढ़ा। आज इनकी प्रतिमाह लाखों की कमाई है।
दो हजार से ज्यादा वीडियो बनाए, सिल्वर अवार्ड से हुए सम्मानित
इनके बनाएं वीडियो बहुत पसंद किए जा रहे हैं। अभी तक दो हजार से ज्यादा वीडियो बना चुके हैं। टेक्निकल योगी चैनल पर फिलहाल 16 लाख 80 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। अगस्त 2020 में दूसरे चैनल क्रियेटर गाइड नाम से शुरुआत की, जिसमें लोगों को ऑनलाइन एक क्रियेटर बनने की जानकारी देते हैं। इसके अभी एक लाख 72 हजार सब्सक्राइबर हैं। दूसरे चैनल पर 2022 में सिल्वर अवार्ड मिल चुका है। यू-ट्यूब ने जनवरी 2021 में एक प्रोडेक्ट एक्सपर्ट और यू-ट्यूब वीडियो कंट्रीब्यूटर के रूप में चुना। पहले चैनल को 2018 में सिल्वर व 2020 में गोल्डन प्ले अवार्ड मिला।