बहरोड़. कस्बे सहित आसपास क्षेत्र में झुग्गियों में एक हजार से अधिक संदिग्ध लोग रहे है। जिनकी पुलिस प्रशासन ने कभी जांच करने की जहमत नहीं उठाई। जबकी गत दिनों यहां से बड़ी संख्या में बांग्लादेशी पकड़े गए थे। जिन्होंने आधार कार्ड तक फर्जी बनवा लिए थे। पत्रिका की खबर के बाद उनको उनके देश वापिस भेजा गया था। अब कुछ दिनों बाद फिर से वहीं हाल हो गया है। यह लोग देश की सुरक्षा के लिए कभी भी खतरा बन सकते है पर जिम्मेदार इनको लेकर मौन है।
कस्बे में सामुदायिक भवन के साथ ही नेशनल हाइवे पर आरटीओ कार्यालय, उद्योग क्षेत्र सहित अनेक जगहों पर बड़ी संख्या में झुग्गी झोपड़ी में बाहरी लोग रह रहे है। जिनका सत्यापन पुलिस ने भी कभी नहीं किया है। यहां रहने वाले लोग आम लोगों से भी बेहतर जीवन जी रहे है। वह भी चोरी की बिजली से। यहां पर हो रही बिजली चोरी को लेकर निगम के आला अधिकारी भी सब कुछ जानते हुए अनजान बनकर बैठे है। इन झुग्गी झोपड़ी में एसी, एलईडी टीवी, फ्रीज की सुविधा तक उपलब्ध है।यह लोग आसानी से बिजली चोरी कर रहे है, लेकिन उसके बाद भी निगम की टीम इन्हें नहीं पकड़ पाती है।
आमजन के घरों तक सीधी पहुंच : झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले इन लोगों की आमजन के घरों तक सीधी पहुंच है। क्योंकि ये लोग कबाड़ खरीद करने, कचरा बीनने का कार्य करते है।
पूर्व में हो चुकी है कार्रवाई : क्षेत्र के कांकरदोपा गांव में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ पूर्व में कार्रवाई हो चुकी है।यहां पर सीआईडी सीबी की टीम ने पत्रिका में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होंने के बाद कार्रवाई करते हुए एक सौ से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ कर उन्हें बांग्लादेश भेजा था लेकिन अब दोबारा से यह लोग आ गए है।
कस्बे में सामुदायिक भवन के साथ ही नेशनल हाइवे पर आरटीओ कार्यालय, उद्योग क्षेत्र सहित अनेक जगहों पर बड़ी संख्या में झुग्गी झोपड़ी में बाहरी लोग रह रहे है। जिनका सत्यापन पुलिस ने भी कभी नहीं किया है। यहां रहने वाले लोग आम लोगों से भी बेहतर जीवन जी रहे है। वह भी चोरी की बिजली से। यहां पर हो रही बिजली चोरी को लेकर निगम के आला अधिकारी भी सब कुछ जानते हुए अनजान बनकर बैठे है। इन झुग्गी झोपड़ी में एसी, एलईडी टीवी, फ्रीज की सुविधा तक उपलब्ध है।यह लोग आसानी से बिजली चोरी कर रहे है, लेकिन उसके बाद भी निगम की टीम इन्हें नहीं पकड़ पाती है।
आमजन के घरों तक सीधी पहुंच : झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले इन लोगों की आमजन के घरों तक सीधी पहुंच है। क्योंकि ये लोग कबाड़ खरीद करने, कचरा बीनने का कार्य करते है।
पूर्व में हो चुकी है कार्रवाई : क्षेत्र के कांकरदोपा गांव में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ पूर्व में कार्रवाई हो चुकी है।यहां पर सीआईडी सीबी की टीम ने पत्रिका में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होंने के बाद कार्रवाई करते हुए एक सौ से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ कर उन्हें बांग्लादेश भेजा था लेकिन अब दोबारा से यह लोग आ गए है।
बिजली निरोधक थाने के पास बिजली चोरी
बिजली कनेक्शन के लिए पहचान और निवास दस्तावेजों की जरूरत होती है। जो इनके पास नहीं है तो यह लोग बिजली चोरी कर रह रहे है। हाल यह है की कस्बे के सामुदायिक भवन के पास बिजली निरोधक थाना व विजिलेंस कार्यालय स्थित है। जहां पर निगम के बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार अधिकारी बैठते है। लेकिन उसके बाद भी यहां पर धड़ल्ले से बिजली चोरी की जा रही है। जबकि यहां पर कोई बिजली का कनेक्शन तक नहीं है। लेकिन उसके बाद भी यहां धड़ल्ले से बिजली लाइनो को कट कर बिजली चोरी कर झुग्गी झोपड़ी रोशन की जा रही है।
बिजली कनेक्शन के लिए पहचान और निवास दस्तावेजों की जरूरत होती है। जो इनके पास नहीं है तो यह लोग बिजली चोरी कर रह रहे है। हाल यह है की कस्बे के सामुदायिक भवन के पास बिजली निरोधक थाना व विजिलेंस कार्यालय स्थित है। जहां पर निगम के बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार अधिकारी बैठते है। लेकिन उसके बाद भी यहां पर धड़ल्ले से बिजली चोरी की जा रही है। जबकि यहां पर कोई बिजली का कनेक्शन तक नहीं है। लेकिन उसके बाद भी यहां धड़ल्ले से बिजली लाइनो को कट कर बिजली चोरी कर झुग्गी झोपड़ी रोशन की जा रही है।
खरीद करते हंै चोरी का सामान
झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले इन लोगों का भले ही मुख्य कारोबार कबाड़ खरीद करना व कचरा बीनना हो लेकिन इसकी आड़ में यह चोरी का भी सामान खरीद करते है लेकिन उसके बाद भी पुलिस इनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रही है।
झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले इन लोगों का भले ही मुख्य कारोबार कबाड़ खरीद करना व कचरा बीनना हो लेकिन इसकी आड़ में यह चोरी का भी सामान खरीद करते है लेकिन उसके बाद भी पुलिस इनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रही है।
हाइवे किनारे बांग्लादेशी घुसपैठिये कस्बे में नेशनल हाइवे पर बनी हुई झुग्गी झोपड़ी में अवैध रूप से बांग्लादेश से आए घुसपैठिये रहते है।जोकि दिनभर कस्बे की सड़कों पर घूमकर कचरा बीनते है लेकिन यह लोग यहां पर रहकर ओर क्या काम करते है इसका किसी को नहीं पता है।