एकता के पिता अजय प्रजापत गुरुग्राम की एक कंपनी में काम करते थे। बेटी एकता का अपने पिता के बिना मन नहीं लगता था। पिता अजय ने यह बात महसूस की और बेटी का मन न भटके, इसलिए अजय ने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद अजय ने खुशखेड़ा में किराने की दुकान खोली। एकता के अलावा अजय का एक छोटा बेटा भी है। बच्चों की देखरेख के लिए वे खुशखेड़ा में रहने लगे। खैरथल के इंजीनियरिंग प्वाइंट स्कूल की छात्रा एकता ने अपने पिता का वादा किया कि वह 10वीं की परीक्षा में टॉपर बनकर दिखाएगी।
इसके बाद उसने दिन-रात पढ़ाई कर अपने पिता का सपना पूरा कर दिया। एकता की मां सीमा एक एनजीओ में काम करती हैं। एकता खरोलिया ने बताया कि स्कूल के अलावा वह नियमित पढ़ाई करती थी। एकता ने बताया कि जब वह 8वीं कक्षा में थी, तब खैरथल की ही रीया गुप्ता ने 10वीं कक्षा में 98.83 प्रतिशत अंक लाकर राजस्थान में दूसरे नंबर पर टॉप किया था। तभी मैंने सोच लिया था कि रीया की तरह मैं भी 10वीं कक्षा में अच्छे नंबर लेकर आऊंगी। एकता ने स्कूल के अलावा घर पर रोजाना 7-8 घंटे पढ़ाई की। एकता को पौधे लगाना और वन्य जीव देखना पसंद है। वह डॉक्टर बनना चाहती है।
राजगढ़ की दिव्या के 99.17 प्रतिशत
राजगढ़ कस्बे के बारलाबास मोहल्ला निवासी दिव्या जांगिड़ पुत्री श्रीकृष्ण ने 99.17 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। यह खबर सुनते ही राजगढ़ कस्बावासी मिठाई व फूल मालाएं लेकर दिव्या जांगिड़ के घर पहुंचे, जहां लोगों ने दिव्या का जोरदार स्वागत करते हुए उसे बधाई दी। दिव्या राजगढ़ कस्बे के विद्या आश्रम सैकंडरी विद्यालय की छात्रा है। दिव्या भविष्य में डॉक्टर बनना चाहती है।
30186 बच्चे पास…16621 फर्स्ट डिवीजन
जिले में सत्र 2024-25 में कुल 32 हजार 856 छात्र- छात्राओं ने परीक्षा के लिए पंजीयन किया था। इसमें से 32 हजार 301 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुईं। छात्रों की संया 17 हजार 120 और छात्राओं की संया 15 हजार 181 रही। जिलेभर से कुल 30 हजार 186 छात्र-छात्राएं पास हुईं। इसमें प्रथम श्रेणी 16 हजार 621, द्वितीय श्रेणी 11211, तृतीय श्रेणी 2362 छात्र-छात्राओं ने पाई।