पहाड़ों में स्थित होने के कारण कठिनाई भरे दुर्गम रास्तों में पैदल ही जाना पड़ता है। श्रद्धालु इसे छोटा अमरनाथ भी कहते हैं। अलवर जयपुर हाईवे पर स्थित पहाड़ों के ऊपर नलदेश्वर धार्मिक स्थल पर सुबह से ही भीड़ नजर आई। चारों ओर हरियाली की छटा बिखरी हुई है जो आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। सोमवार के दिन बड़ी संया में श्रद्धालु उमड़े है। सरिस्का क्षेत्र में होने के कारण यहां बाघों की भी टेरिटरी है। सरिस्का सदर रेंज में यह स्थान पड़ता है। नलदेश्वरजी गुफा विशेष मिट्टी की चट्टान की बनी हुई है। छोटे से गेट से भक्त अंदर जाकर शिव परिवार की पूजा करते हैं और यह प्राकृतिक रूप से बनी हुई है। गुफा तक पहुंचाने के लिए लगभग 360 सीडीओ पर चढ़ना पड़ता है।
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