अलवर

हर साल करोड़ों खर्च, फिर भी झूलती विद्युत लाइनों में नजर आता फर्क, बन रही खतरा…पढ़े यह न्यूज

अगर कोई कार्य करें और फिर भी उसका असर या प्रभाव कहीं नजर नहीं आए, तो यही कहा जाएगा कि सब औपचारिकताएं निभाई जा रही है। या कहेंगे कि दिखावा हो रहा है। जयपुर विद्युत वितरण निगम में भी कारिंदों की ओर से इसी तरह के खेल खेलें जा रहे हैं। जहां विद्युत लाइनों की मरम्मत व रख-रखाव पर करोड़ों खर्च करने के बावजूद बिजली के ढीले तार व झूलती लाइनें हादसों का कारण बन रही है।

अलवरJun 09, 2023 / 05:02 pm

Ramkaran Katariya

विद्युत लाइनों की मरम्मत व रख-रखाव पर करोड़ों खर्च

थानागाजी (अलवर) . विद्युत निगम की ओर से हर साल विद्युत लाइनों की मरम्मत व रख-रखाव पर करोड़ों खर्च किए जाने के बावजूद झूलती विद्युत लाइनें खतरा बन रही है। तार टूटने की कई घटनाएं हो चुकी है। ट्रिपिंग और घंटों बिजली बंद होने से शहर से लेकर गांव तक उपभोक्ता परेशान हंै। ब्लॉक क्षेत्र में बिजली ट्रिपिंग, झूलती लाइन, झुके पोल, लाइनें दुरुस्त नहीं करने की शिकायतें आम हो गई है।
ग्राम किशोरी के मांदरी मूर्ति मोहल्ले के गली-मोहल्लों में विद्युत लाइन नीचे तक झूल रही है, जगह-जगह जोड़ लगा कर काम चला रहे है। डेमेज लाइन टूटती है तो जो? लगा फिर चालू कर देते है। ऐसे में जरा सी हवा चलते ही तार टूट कर गिर जाते है। जिससे अनहोनी की आशंका बनी रहती है। उक्त मूर्ति मोहल्ले में करीब 60 से अधिक परिवारों की रोजी रोटी मूर्ति बनाने से चलती हैं, जो बिजली आपूर्ति नहीं होने से इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का कारोबार प्रभावित हो जाता है। दुकानदारों से लेकर आमजन तक बिजली की समस्या से परेसान हैं। इस बारे में कई बार शिकायत करने के बाद भी हालात में सुधार नहीं हो रहा। ब्लॉक क्षेत्र के गांव-कस्बों से जागरूक लोगों ने मेंटीनेंस कार्यों के भौतिक सत्यापन एवं बारिश से पहले हाईरिस्क एरिया चिह्नित कर उनमें सुधार की मांग भी की है।

यह बोले लोग
दिनेश कुमार, लोकेश, सुनील कुमार आदि ने बताया कि दो फीट की मूर्ति अमूमन 4 दिन में तैयार हो जाती हैं। बिजली की समस्या के चलते आठ दिन हो गए, मूर्ति आधा भी नहीं बन पाई। यही हाल अन्य मूर्तिकारों का है। मोहल्ले की बिजली लाइन जगह-जगह से टूटी पड़ी है। बिजली गुल होने पर घंटों तक सुचारू नहीं होती है। मूर्तिकार प्रेम प्रकाश, लीलाराम, संजय आदि ने बताया कि शिकायत करने के लिए बार-बार कॉल करने पर भी कॉल अटैंड नहीं होता। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की जा चुकी है। किशोरी से भैंरु सहाय, लालाराम गुर्जर, पवन, छोटे लाल, विनोद आदि ने बताया कि मुख्य स्टैंड पर करीब 20 से अधिक दुकानें हैं, जो बिजली की समस्या से परेसान हैं। दर्जनों लोगों ने बताया कि विद्युत सप्लाई लाइनें करीब एक दशक से भी अधिक पुरानी होने से जर्जर हो चुकी है। लाइनमैन घंटों तक शटडाउन लेकर लाइट बंद कर देते हैं, लेकिन क्षतिग्रस्त जर्जर केबल को बदला नहीं गया। विद्युत सप्लाई लाइन इतनी नीचे तक झूल रही है कि हाथ ऊपर करो तो छू जाए। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मोहल्ले के लोगों निवासियों ने अनेकों जगह नीचे झूलती लाइनों के बीच लकड़ी लगा रखी हैं। कईं जगह रस्सी के सहारे बांध रखा हैं।
इधर मामले में सहायक अभियंता बिजली कार्यालय प्रतापगढ़ सीपी मीणा का कहना है कि समस्या से उच्चाधिकारियों को अवगत करवा निजात दिलवाने के लिए दो ट्रांसफॉर्मर एक 25 व एक 16 केवी का लगवाने व विद्युत लाइन बदलवाने का प्रपोजल बनवा कर तीन दिन पहले ही भेज दिया। इसका टेंडर करवा जल्द ही लोड कम कर उक्त समस्या का स्थायी समाधान करवा दिया जाएगा। जहां बिजली लाइन झूल रही है, उन्हें सही करवाया जा रहा है।

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