इमरती बोली, अनाज मिलना हुआ बंद यही बात कच्ची बस्ती के नन्हे लाल कहते हैं। उनके भी फिंगर प्रिंट घिस गए। वह अनाज के लिए परेशान हो रहे हैं। उनका कहना है कि कोटेदार के पास गए लेकिन प्रिंट ही मशीन पर नहीं आया तो अनाज नहीं दिया जबकि कोटेदार उन्हें जानता है। मशीन के बिना अनाज मिलना मुश्किल है। ऐसे में उनके लिए रास्ते निकाले जाएं। बुद्धविहार राहत शिविर में पहुंची इमरती का कहना है कि पहले राशन कार्ड से परिवार के मुखिया का नाम कट गया और बाद में अनाज मिलना बंद हो गया। परिवार के सदस्यों के फिंगर प्रिंट घिसने के कारण ऐसी िस्थति पैदा हो गई। एडीएम प्रथम उत्तम सिंह शेखावत का कहना है कि इस प्रकरण को दिखाएंगे।