हाईवे को ढाई साल पहले 118 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसके चलते यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता था, लेकिन किस्मत से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और प्रशासन को सूचना दी। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, गड्ढे के कारण हाईवे पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। प्रशासन ने हादसे के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।