जमानत भी नहीं बचा पाए जय, पार्टी को तोड़ रहे हैं: सुखवंत सिंह
विधानसभा चुनाव में रामगढ़ विधानसभा सीट पर भाजपा से बागी होकर आजाद समाज पार्टी से चुनाव लड़ने वाले सुखवंत सिंह ने लोकसभा चुनाव में वापस भाजपा में एंट्री की थी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जय आहूजा को भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ाकर देख लिया है। वो जमानत तक नहीं बचा पाए। चुनाव के बाद में भी उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को तोड़ा ही जोड़ा नहीं। लोगों को परेशान किया है। उन्होंने कहा कि मैं दलित हू और स्थानीय हूं। भाजपा की टीम भी मेरे साथ है। उप चुनाव में सहानुभूति कार्ड पर सुखवंत ने कहा कि मुझे भरोसा है कि जनता भाजपा को वोट देगी। मैं भाजपा में बिना किसी शर्त के शामिल हुआ था। पार्टी मौका देगी तो निराश नहीं करूंगा। फैसला करने वाली रामगढ़ की जनता, वो मेरे साथः जय आहूजा
विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जय आहूजा ने सुखवंत सिंह के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जजमेंट करने वाली जनता है, सुखवंत सिंह नहीं। मैं लगातार जनता के बीच समय बिता रहा हूं। उनके काम करवा रहा हूं। रात को 12 बजे भी मेरा घर आमजन के लिए खुला रहता है। उन्होंने कहा कि सुखवंत सिंह जब पार्टी में वापस आए तो हमने उनका स्वागत किया है। वो भी भाजपा परिवार के सदस्य है। सहानुभूति कार्ड पर जय ने कहा कि सहानुभूति तो जनता की मेरे साथ है। उन्हें मलाल है कि इतने अच्छे व्यक्ति को उन्होंने हरवा दिया। इस बार टिकट मिला तो मेरी जीत पक्की है।
लगातार दूसरी बार उप चुनाव
रामगढ़ सीट पर लगातार दूसरी बार उप चुनाव हो रहा है। 2018 में हुए उप चुनाव में यहां बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के बाद उप चुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सफिया जुबेर की जीत हुई थी। अब जुबेर खान के निधन के बाद एक बार फिर इस सीट पर उप चुनाव होगा।