पुलिस के अनुसार उछर गांव से एक परिवार कपास तोड़ने के लिए गुजरात के कच्छ जिले में रापर तहसील के गांव भीमाश्री गए थे। सोमवार को परिवार के एक बालक का संतुलन बिगड़ने से नहर में गिर गया। महिला ने आवाज लगाकर खेतों में काम कर रहे अन्य लोगों को बुलाया और बालक को सकुशल बाहर निकाल कर बचा लिया। बालक को बचाने के दौरान सब्बा (30) पत्नी मौसम की चप्पल पानी में रह गई। पानी से चप्पल निकालने के लिए गई सब्बा का संतुलन बिगड़ गया और नहर में गिर गई। उसे बचाने के लिए शब्बीर (19) नहर में कूद गया, लेकिन शब्बीर भी नहर के पानी में डूबने लगा।
दोनों को बचाने के लिए शेर सिंह (45) नहर में कूदा, लेकिन वह भी पानी में डूब गया। अपने परिवार के तीन सदस्यों को पानी में डूबता देख नाबालिग अनुजा (15) भी नहर में कूद गई, लेकिन तैरना नहीं आने के चलते अनुजा भी पानी में डूब गईं। सूचना पर पहुंचे प्रशासन ने गोताखोरों के सहयोग से सोमवार देर रात लगभग 11 बजे तक तीन लोगों के शव तलाश कर लिए, लेकिन एक शव नहीं मिला। मंगलवार सुबह फिर तलाश शुरू की तो शेष शव घटना स्थल से लगभग तीन किलोमीटर दूर नहर में मिल गया। मंगलवार शाम सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
दो भाइयों का परिवार गया कपास तोड़ने व बांटे पर खेती करने
पीड़ित परिवार के पीतम योगी ने बताया कि मौसम ने बांटे पर खेत कर रखे हैं। लगभग तीन महीने पहले मौसम गुजरात गया था तथा कल्लू कुछ दिन पहले ही कपास तोड़ने के लिए गुजरात गया था।