माना जा रहा है कि अब चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ेगा और बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेता हुंकार भरते नजर आएंगे। रामगढ़ उपचुनाव में प्रचार के लिए कई नेता यहां जुटेंगे। इसके बाद वार-पलटवार होंगे। जुबानी जंग होगी। हालांकि, महाराष्ट्र और झारखंड का चुनाव भी साथ है, ऐसे में ज्यादातर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का फोकस वहां ज्यादा रहेगा।
योगी, नायब व मोहन बनाएंगे भाजपा के पक्ष में माहौल
रामगढ़ उपचुनाव में यूपी से लेकर हरियाणा, उत्तराखंड के कई बड़े नेताओं को पार्टी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। अभी प्रांतीय पदाधिकारियों से लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री मोर्चा संभाले हुए हैं। भाजपा चाहती है कि यह सीट उनकी झोली में हर हाल में आए। उसी के अनुसार तैयारियां की जा रही हैं। पदाधिकारी गांवों में डेरा डाले हुए हैं। प्रांतीय नेताओं से लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री आए दिन रामगढ़ में पड़ाव कर रहे हैं। सीनियर नेताओं की भी सभाएं कराने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के सीएम नायब सैनी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों को यहां माहौल बनाने के लिए उतारा जा सकता है। हालांकि भाजपा ने अभी स्टार प्रचारकों की सूची जारी नहीं की है। बताते हैं कि 3 नवंबर के बाद माहौल पूरी तरह गरम होगा। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा के चुनाव। इनमें यही नेता उतारे गए थे। इनकी जनसभाओं का भी असर परिणाम पर दिखा था। भाजपा फिर से इन्हें यहां उतारने की तैयारी कर रही है। भाजपा प्रत्याशी की नामांकन सभा में सीएम ने शिरकत कर बता दिया है कि यह सीट मायना रखती है।
यह भी पढ़ें
नरेश मीणा को नहीं मना पाई कांग्रेस, यहां त्रिकोणीय मुकाबले में बीजेपी की बढ़ी टेंशन
गहलोत-पायलट करेंगे सभा, जनसंपर्क पर रहेगा जोर
कांग्रेस ने भी दिवाली बाद प्रचार में जान डालने की तैयारी कर ली है। अभी जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा सहित कई स्थानीय नेता यहां चुनाव में ताल ठोक रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में दिवाली बार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कई नेता प्रचार करेंगे। सभा और बैठकें कराई जाएंगी। गहलोत-पायलट के पास महाराष्ट्र की जिम्मेदारी है। ऐसे में इन नेताओं की यहां ज्यादा आवाजाही नहीं रहेगी। इनके अलावा सांसद भजन लाल जाटव, संजना जाटव, विधायक रोहित बोहरा, रूपेंद्र सिंह कुन्नर, ललित यादव, पूर्व विधायक साफिया जुबेर सहित अलवर जिले के सभी कांग्रेस विधायक व पूर्व विधायक कई पूर्व कैबिनेट मंत्री भी प्रचार में जान डालेंगे। इस बार पार्टी ने तय किया है सभा से ज्यादा डोर टू डोर जनसंपर्क पर फोकस किया जाएगा। यही वजह है कि कई बड़े नेताओं की सभा कराने की बजाय डोर टू डोर लोगों के घर ले जाकर उन्हें कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील की जाएगी।
यह भी पढ़ें