बता दें कि राजस्थान में आगामी समय में सात सीटों पर उपचुनाव होने है। हनुमान बेनीवाल, बृजेन्द्र ओला, मुरारीलाल मीना, राजकुमार रोत और हरिश्चन्द्र मीणा के सांसद बनने के कारण खींवसर, झुंझुनूं, दौसा, चौरासी और देवली उनियारा विधानसभा सीट खाली हुई थी। इसके बाद सलुम्बर से बीजेपी विधायक अमृतलाल मीना और
रामगढ़ से कांग्रेस विधायक जुबैर खान के निधन के बाद दोनों सीट भी खाली हुई थी। इन सभी सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होंगे।
जुबेर जीते तो नहीं बन पाई कांग्रेस की सरकार
अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर एक अजब संयोग भी देखने को मिला है। जब इस सीट से कांग्रेस के जुबेर खान ने जीत दर्ज की तो कांग्रेस विपक्ष में रही। ऐसे में अब उप चुनाव में यह देखना है कि क्या बीजेपी जीत का परचम लहरा पाएगी या नहीं?
लगातार दूसरी बार उप चुनाव
रामगढ़ सीट पर लगातार दूसरी बार उप चुनाव हो रहा है। 2018 में हुए उप चुनाव में यहां बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के बाद उप चुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सफिया जुबेर की जीत हुई थी। अब जुबेर खान के निधन के बाद एक बार फिर इस सीट पर उप चुनाव होगा।