राशन किट में ये होगा:
इस राशन किट में एक किलो रिफाइंड, एक किलो दाल, एक किलो चीनी, मिर्च, हल्दी व धनिया के 200-200 ग्राम के पैकेट शामिल होंगे। जानकारों का कहना है कि तमाम परिवार ऐसे हैं जिनको इन चीजों की आवश्यकता है। ऐसे में उन्हें राहत मिलेगी। आंकड़ों पर गौर करें तो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत जिले में करीब 5.70 लाख लोग पंजीकृत हैं। अंत्योदय कार्ड धारकों के अलावा एपीएल आदि श्रेणियां भी होती हैं। बताते हैं कि गरीबी रेखा से नीचे व सामान्य वर्ग में जीवनयापन करने वाले लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा। जिले के कोटेदारों से ही यह बटवाए जाएंगे। राशन कहां से आएगा, इसकी व्यवस्था सरकार अपने स्तर से कर रही है।
केंद्र सरकार के सहयोग से कई राज्यों में यह किट पहले से मिल रही:
केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों के लिए राशन किट की व्यवस्था की थी, जिसमें एक किलो चने, एक किलो नमक, एक किलो रिफाइंड आदि शामिल था। जानकार बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के रिपीट होने का ये बड़ा कारण रहा है। लोगों को राशन आदि मुफ्त में मिला था। माह में यह दो बार व्यवस्था की गई थी। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को अपना राशि अंश दिया था। उसी तर्ज पर अब यहां भी प्रदेश सरकार ने व्यवस्था की है। हालांकि यह प्रदेश की योजना है।
राशन किट के लिए रजिस्ट्रेशन आदि की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। यह किट कोटेदारों के माध्यम से पंजीकृत राशनकार्ड धारकों को मिलेगी। गरीब परिवारों को यह योजना काफी लाभ पहुंचाएगी।
– उत्तम सिंह शेखावत, एडीएम प्रथम