बहरोड़ को जिला बनाने की सुगबुगाहट के चलते सुबह से क्षेत्र ही नहीं जिले भर के लोगों को अलवर जिला क्षेत्र में ही एक और बहरोड़ को जिले का ओहदा मिलने की उम्मीद थी। लोगों की आस को पंख सरकार के मंत्रियों की ओर से इस मुद्दे को हरी झण्डी मिलने की चर्चा के चलते लगे। सुबह से ही चाय-पान की थडि़यों पर चर्चा के साथ ही लोगों की जुबां पर बस बहरोड़ को जिला बनाने की घोषणा की बात थी। कई लोग तो नए जिले में शामिल किए जाने वाले क्षेत्रों को लेकर भी बहस करते दिखाई दिए।
सोशल मीडिया ने बढ़ाई जिज्ञासा
सोशल मीडिया पर बहरोड़ को जिला बनाने की लगभग घोषणा की खबरों से लोगों में इसको लेकर जिज्ञासा और बढ़ गई। आमजन ही नहीं राजनीतिक क्षेत्र से लोग भी नए जिले की घोषणा सुनने को आतुर दिखे। दिन भर सोशल मीडिया पर बहरोड़ को जिला बनाने की घोषणा को लेकर संदेश वायरल होते रहे। लोग इन संदेशों की सच्चाई जानने का प्रयास करते दिखे।
बहरोड़ क्षेत्र में ज्यादा क्रेज वैसे तो बहरोड़ को जिला बनाने की घोषणा के प्रति जिले भर में खासी जिज्ञासा रही, लेकिन बहरोड़ क्षेत्र के लोगों में उत्सुकता अन्य क्षेत्रों से ज्यादा दिखी। यही कारण है कि लोग सुबह से ही सरकार की घोषणा का इंतजार करने लगे। क्षेत्र के विधायक एवं श्रम मंत्री डॉ. जसवंत यादव भी बुधवार दोपहर भाजपा कार्यालय पहुंच समर्थकों के साथ सरकार की घोषणा का इंतजार करते दिखे। लोग झुंझनू में आयोजित कार्यक्रम पर टकटकी लगाए रहे, लेकिन जैसे ही यह कार्यक्रम खत्म हुआ और किसी भी नए जिले की घोषणा नहीं हुई तो लोग निराश हो गए।
खबर लीक होने से नाराज तो नहीं सरकार सरकार की ओर से प्रदेश में नए जिले बनाने की घोषणा नहीं किए जाने के बाद श्रम मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में बहरोड़ को जिला बनाने की घोषणा का इंतजार था। बहरोड़ जिला बनने के सभी मापदंड पूरे करता है। हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार जब भी नए जिलों की घोषणा करेगी तो बहरोड़ को जिला अवश्य बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि हो सकता है कि नए जिले बनाने की खबर लीक होने से सरकार ने नाराज होकर घोषणा नहीं की हो।