सरकारी स्कूल में बच्चों को निशुल्क जर्मन भाषा सिखा रहीं निष्ठा ने बताया कि जब वह 12वीं की पढ़ाई कर रही थी, तभी पिता छोड़कर चले गए। घर में कमाने वाला कोई नहीं था। मां कुसुम नारंग ने हर कदम पर साथ दिया। मां की मदद के लिए उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई के साथ पार्ट टाइम काम शुरू किया। इसके बाद केवीएस जोधपुर में प्रशिक्षित जर्मन शिक्षक के रूप में पहली नौकरी मिली। इसी दौरान मॉडलिंग प्रतियोगिता के लिए भी आवेदन किया। फैशन वीक में वॉक करने के साथ ही निष्ठा फेमिना स्टाइलिस्ट साउथ फ्रॉम ***** इंडिया के लिए टॉप 16 फाइनलिस्ट में थीं। उन्होंने कई रनवे शोज भी किए हैं।
निष्ठा ने बताया कि वह अभी जर्मन कंपनी में जर्मन प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्य कर रही हैं। उन्होंने सांख्यिकी के साथ अर्थशास्त्र ऑनर्स में स्नातक किया है और जर्मन भाषा में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। निष्ठा ने बताया कि उन्हें यात्रा करने का शौक है और वह अब तक आधे भारत का भ्रमण कर चुकी हैं। इस दौरान वह जहां भी गई, वहां बच्चों को निशुल्क जर्मन भाषा सिखाई एवं स्थानीय भाषाएं सीखीं।
लोगों की मत सुनो अपने मन की सुनो
निष्ठा के परिवार में कोई भी इस क्षेत्र में नहीं है, शुरू में लोेगों ने कहा कि तुम यह नहीं कर सकती, तुम यह सब अकेले कैसे करोगी, लेकिन मैंने किया।