दूल्हे कुलदीप के पिता रामगोपाल ने बताया कि रामवीर सिंह व उसकी पत्नी अर्चना देवी निवासी वृंदावन जगजीत नगर शमशाबाद रोड आगरा यूपी के हैं। उन्होंने कहा कि हमारी भतीजी मनीषा तोमर का विवाह करना है। हम आपके बेटे कुलदीप सिंह से भतीजी का विवाह कर सकते हैं। लेकिन विवाह का खर्च बेटे पक्ष को वहन करना होगा। इस पर सहमति होने के बाद 4 नवंबर 2022 को विवाह का पूरा खर्च उठाते हुए कुलदीप व मनीषा की शादी हो गई। शादी में खर्च के नाम पर बेटी वाले ने पहले तीन लाख रुपए वसूले। बाद में 20 जने आगरा के जगजीत नगर बारात लेकर गए। मतलब जगजीत नगर राजपुर चूंगी शमशाबाद में विवाह हुआ। जबकि दुल्हन का मूल गांव पास में ही बरौली गुर्जर है विवाह के बाद मनीषा अलवर अपने ससुराल बुध विहार आ गई।
रामवीर सिंह और उनकी पत्नी अर्चना देवी, जो आगरा, उत्तर प्रदेश के शमशाबाद रोड स्थित वृंदावन जगजीत नगर के निवासी हैं, ने बताया कि उनकी भतीजी मनीषा तोमर का विवाह करना है। उन्होंने कहा, हम आपके बेटे कुलदीप सिंह से अपनी भतीजी का विवाह करा सकते हैं। लेकिन, विवाह का सारा खर्च दूल्हे के पक्ष को उठाना होगा। इस पर सहमति बनने के बाद, पूरा खर्च वहन करते हुए कुलदीप और मनीषा का विवाह सम्पन्न हुआ। विवाह से पहले लड़की वालों ने खर्च के नाम पर तीन लाख रुपये लिए थे। बाद में 20 जनवरी को आगरा के जगजीत नगर से बारात लेकर गए, जहाँ राजपुर चूंगी, शमशाबाद में विवाह सम्पन्न हुआ, हालांकि दुल्हन का मूल गाँव बरौली गुर्जर पास में ही था। शादी के बाद मनीषा अपने ससुराल अलवर के बुध विहार आई।
ससुराल आने पर परिवार ने खुशी में उसे कई सोने के जेवर जैसे – नथ, टीका, कंठी, मंगलसूत्र, हार, बाजूबंद, चूड़ियां, अंगूठियां, कमरबंद, चांदी के पायजेब और चुटकियां आदि पहनाए। लगभग 10 लाख रुपये के ये जेवर थे। इसके बाद परिवार देवी-देवताओं के दर्शन करने गया। 11 नवंबर को मनीषा का भाई नीरज, पंकज और कृष्णा उसे लेने आए। मनीषा ने सारे जेवर पहनकर पिहरे के लिए निकलने की तैयारी की। लेकिन जब कुलदीप उसे वापस ले जाने आया तो मनीषा के पिता, माता, चाचा-चाची ने उसे वापस जाने से मना कर दिया और धमकी भी दी। इस तरह मनीषा के परिवार ने 5 लाख रुपये नकद और करीब 10 लाख के जेवर ठग लिए। जिसकी शिकायत कुलदीप ने पुलिस में दर्ज कराई है।