20 साल के मनीष कुमार जागिड़ निवासी ग्राम बिरखड़ी, गोलाकाबास, थाना टहला जिला अलवर का विवाह खुद से 5 साल बड़ी गावं-जोध्या, सिकन्दरा जिला दौसा सीमा जांगिड़ से फरवरी, 2015 में हआ था।
उम्र में बड़ी हाेने के कारण मनीष पत्नी सीमा से नफरत करता था। सीमा भी अपने पति मनीष को तवज्जो नहीं देकर उसकी उपेक्षा करती थी। पति छोटा होने के कारण पत्नी उससे बात करना भी पसंद नहीं करती थी। वह लंबे समय से पति से दूर रह रही थी।
सीमा अपने पीहर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। इसके चलते उसे पत्नी के चरित्र पर संदेह था। इस बात काे उसने अपने परिजनों को भी बताया, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इससे पिछले करीब एक वर्ष से मनीष अपनी पत्नी से नफरत करने लगा।
लेकिन इस नफरत का एेसा अंजाम हाेगा किसी ने नहीं साेचा था। मनीष ने नफरत की आग में अपनी पत्नी काे ही बेरहमी से मार डाला आैर मनीष वैष्णो देवी के दर्शन करने चला गया था।
हत्या के करीब दो सप्ताह बाद पुलिस ने हत्या के मामले का खुलासा कर पति मनीष काे गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी पूर्व कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि 30 जनवरी को मनीष ने किताब दिलवाने के बहाने अपने ससुराल से सीमा को दौसा बुलाया।
मनीष किसी बहाने से सीमा को बस्सी तहसील के जटवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास ले आया आैर दिन ढलने का इंतजार किया। अंधेरा हाेते ही रेलवे के खंडहर पड़े क्वाटर्स में मनीष ने अपनी पत्नी सीमा के सिर पर ईंट से कर वार किए। सीमा के बेहाेश हाेने के बाद मनीष ने उसका गला रेत दिया।
अगले दिन 31 जनवरी को क्वाटर्स में एक महिला की सिर कुचली आैर गला रेती हुई लाश मिली। बस्सी थाना पुलिस माैके पर पहुंची। इसके बाद डीसीपी (पूर्व) कुंवर राष्ट्रदीप, एसीपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने मौके पर पहुंचकर डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम ने मौका मुआयना करवाया।
मनीष पर संदेह होने पर पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर निगरानी रखी। फोन कॉल डिटेल्स और लोकेशन खंगाली गर्इ । अहम सुराग मिलने पर पुलिस ने दो सप्ताह बाद आरोपी पति मनीष को गिरफ्तार कर लिया।