राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के हल्दीना में 300 बीघा जमीन में प्रस्तावित भवन बनाने के लिए 300 करोड़ से अधिक राशि की आवश्यकता है। सरकार ने इसके लिए पहले चरण में मात्र 12 करोड़ रुपए की स्वीकृत किए और इसमें से भी मात्र 10 करोड़ ही दिए है। रिडकोर ने इसके पहले चरण के काम को पूरा कर लिया है। यहां प्रशासनिक भवन, परीक्षा नियंत्रक व सामग्री कक्ष तथा कुछ कमरे तैयार हो गए हैं। रिडकोर अब अब इस भवन को विश्वविद्यालय को सौंपने की तैयारी कर रहा है। यहां चार माह बाद विश्वविद्यालय का काम शुरू हो सकता है जिसके लिए सडक़ का निर्माण कार्य होना है। इसके लिए विश्वविद्यालय अपने स्तर पर ही निर्माण कार्य करवा रहा है। विश्वविद्यालय यहां संविधान पार्क सहित कई निर्माण कार्य अपनी पास जमा पूंजी से करवाने का मानस बना चुका है। सरकार के भरोसे इसका काम कई दशकों तक पूरा होने की संभावना नहीं है।
150 करोड़ हो जाएंगे जमा, ब्याज से चलाते हैं विश्वविद्यालय- विश्वविद्यालय के पास इस समय 125 करोड़ से अधिक हैं। आगामी चार माह में इनके पास अपना बजट ही 150 करोड़ का हो जाएगा। इस बारे में कुलपति प्रो. जे. पी. यादव का कहना है कि बोम की बैठक में यहां सडक़ व पार्क बनवाने का निर्णय लिया है। हम वहां जाने की तैयारी में है, जैेसे ही काम पूरा हो जाएगा, वहां प्रशासनिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
वित्त नियंत्रक रोहिताश यादव कहते हैं कि विश्वविद्यालय के पास अपना स्वयं का बजट ही 125 करोड़ को पार कर गया है। कुछ माह बाद हमारे पास अपना बजट ही 150 करोड़ को होगा। हम विश्वविद्यालय के सारे खर्चे ब्याज से ही मैनेज कर कर रहे हैं। हम हल्दीना में बोम की बैठक में निर्णय लेने के बाद और विकास कार्य करवा सकते हैं।