सरिस्का में पूर्व राजाओं की ओर से बनाए गए वॉच टॉवर से जैसे ही कुछ दूरी पर मुख्य मार्ग की ओर बढ़ेंगे तो यह एरिया बाघ एसटी-15 का है। इसी क्षेत्र में एक पेड़ के तने पर काफी खरोंच लगी हैं। गाइड जितेंद्र सिंह ने बताया कि यही खरोंच के निशान टाइगर की टेरेटरी को बयां कर रहे हैं। पेड़ों के तने पर निशान छोड़कर टाइगर अपनी सीमा का निर्धारण करते हैं। इसके अलावा वहीं पर पेशाब करते हैं ताकि गंध से दूसरे टाइगर को इलाके के बारे में पता लग सके। जमीन पर भी खरोंच करते हैं। इन संकेतों से वह दूसरे टाइगरों को संकेत देते हैं कि यह उनकी सीमा है। उसमें प्रवेश न करें।
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