यूं देते हैं वारदात को अंजाम कच्छाधारी गैंग (छहमार गिरोह) के शातिर बदमाश जिस जगह डेरा डालते हैं। वहां से करीब 30-40 किलोमीटर दूर दिन में फेरी लगाकर बर्तन, कपड़े व अन्य घरेलू सामान बेचने के बहाने रैकी करते हैं अैर वारदात के लिए एकांत में बने घरों को चिह्नित करते हैं। रात को गिरोह के 7-8 बदमाश कच्छा पहन, शरीर पर तेल या ग्रीस लगाकर आते हैं। कूलर के पानी में बहोशी की दवा डाल, लोहे की ग्रिल काट या फिर दीवार फांदकर अंदर घुसते हैं और चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। गिरोह के दो सदस्य परिवार के लोग जहां सो रहे होते हैं वहां खड़े रहते हैं। ताकि जाग होने पर डंडे या अन्य हथियार से जानलेवा हमला कर उन्हें बेहोश कर सके।
भरतपुर और धौलपुर में कई वारदात कच्छाधारी गैंग (छहमार गिरोह) भरतपुर और धौलपुर में पिछले करीब पांच-छह माह से सक्रिय है। गिरोह के बदमाश यहां करीब डेढ़ दर्जन वारदातें कर चुके हैं। वारदात के दौरान एक महिला सहित दो जनों की हत्या भी कर दी। भरतपुर पुलिस गिरोह के 7 और धौलपुर पुलिस 3 बदमाशों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। जिन्होंने कई वारदात कबूली हैं।
सख्ती हुई तो राजस्थान आए यूपी सरकार हार्डकोर अपराधियों के प्रति काफी सख्त है। उत्तरप्रदेश में अब तक दर्जनों बदमाशों का पुलिस एनकाउंटर कर चुकी है। यूपी की एसटीएफ ने कुछ माह पहले कच्छाधारी गिरोह के दो बदमाशों का भी एनकाउंटर कर दिया था। जिसके कारण कच्छाधारी गिरोह के बदमाश यूपी पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए पड़ोसी राज्य राजस्थान के भरतपुर व धौलपुर आदि जिलों में घुस गए। गैंग ने दोनों जिलों में कई वारदात की। वारदात के दौरान एक से अधिक व्यक्तियों को मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा कई लाख का माल भी लूट लिया। गिरोह के सरगना को पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद पकडऩे में सफलता हासिल की।