बाइक जुगाड़ रिक्शा को लेकर अगर परिवहन विभाग व पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी जांच करे तो इनमे अधिकतर बाइक चोरी की हो सकती है।क्योंकि चोर बाइक चोरी कर उसे बाजार में बेच देते है। जबकि पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी इन जुगाड़ बाइक रिक्शा की किसी तरह की कोई जांच तक नहीं करते है और यह बगैर किसी कागजात के धड़ल्ले से सडक़ों पर दौड़ रहे है।
जुगाड़ लगाकर बनाए गए वाहन (बाइक ठेला) बेरोक-टोक गांव से लेकर शहर तक की सड$कों पर दिनभर दौड़ रहे हैं। पुरानी बाइक, स्कूटर, आटो रिक्शा व पंपसेट के इंजन व पुर्जो से तैयार वाहन कहीं भी देखे जा सकते हैं। इनका उपयोग कहीं सवारी तो कहीं माल ढुलाई के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
कृष्णावतार सैनी, परिवहन निरीक्षक बहरोड़