गणेशजी के साथ विराजमान है मां लक्ष्मी और सरस्वती
अलवर . शहर के त्रिपोलिया परिसर में बना गणेश मंदिर सालों से श्रद्धालुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। इस मंदिर में बुधवार को बड़ी संख्या में भक्त दर्शनों के लिए आते हैँ और मनोकामना पूरी करने के लिए पोशाक आदि चढ़ाते हैं। मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि यह मंदिर करीब 22 साल पुराना है। यह देश का संभवत: पहला मंदिर है जहां पर भगवान गणेश के साथ रिद्धि सिद्धि विराजमान है। इसके साथ ही ज्ञान की देवी सरस्वती और धन देने वाली मां लक्ष्मी भी विराजमान है। यहां पर प्रति वर्ष गणेश चतुर्थी के मौके पर दूर- दूर से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर में भगवान की प्रतिमा का सुंदर श्रृंगार भक्तों को आकर्षित करता है। शहर में गणेश मंदिरों में गणेशजी को चोला चढ़ाया जाता है लेकिन अलवर के इस गणेश मंदिर में कभी भी भगवान को चोला नहीं चढ़ाया
जाता है।
गणेश चतुर्थी पर लगेगा 501 लड्डूओं का भोग: मंदिर के पुजारी ने बताया कि गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरु कर दी गई है। प्रतिमाओं को सजाया जा रहा है। खास तौर से पोशाक तैयार करवाई गई। इस बार भगवान गणेश को 501लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा। इसके साथ ही शाम को होने वाली महाआरती में श्रद्धालु दीपकों से सामूहिक आरती करेंगे। सुबह मंदिर की ओर से स्कूल जाने वाले बच्चों को चॉकलेट व टॉफी दी जाएगी।