गणेश मंदिर, यहां भगवान को न्योता देने के लिए लगती है कतार
अलवर. शहर के लाल दरवाजा स्थित गणेश मंदिर प्राचीन मंदिर है। सावों के दौरान शादी ब्याह से पहले या अन्य शुभ व मांगलिक कार्य के दौरान भगवान गणेश को न्यौता देने के लिए यहां पर भक्तों की लंबी कतार लगी रहती है। सालों से यहां पर गणेश चतुर्थी के मौके पर मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें स्थानीय व्यापारी अपने दुकानें बंद करके मेले में सेवा देते हैं। अलवर में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ यहीं पर रहती है। पूर्व में अलवर की बसावट होपसर्कस तक थी, तब यहां पर एक दरवाजा था जिसे लाल दरवाजा के नाम से जाना जाता था। इसी कारण अब इस मंदिर को लाल दरवाजा गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है।
मंदिर आबादी क्षेत्र और बाजार के मध्य होने के कारण शहरवासियों की आस्था का केंद्र है। यहां के व्यापारी दुकान खोलने से पहले गणेश के दर्शन करना नहीं भूलते हैं। इसके साथ ही सुबह सवेरे होने वाली आरती और शाम की आरती के दौरान भी यहां पर भक्त दर्शनों के लिए आते हैं। बुधवार को यहां देर रात तक भक्तों की लंबी कतार लगी रहती है। शहर में फरवरी माह में खाटूश्याम मेले के दौरान निकलने वाली गणेश यात्रा भी यहां से ही शुरु होती हैं। इसके साथ ही गणेश महोत्सव समिति की ओर से आयोजित किए जाने वाले गणपति महोत्सव की शुरुआत भी यहां से अखंड ज्योत लाने के बाद ही प्रारंभ होती है। मनोकामना पूरी होने के बाद श्रद्धालु यहां गणेशजी को चोला, पोशाक, प्रसाद चढ़ाते हैं।