भर्तृहरि मेले में दूरदराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं व लोगों की ओर से ठंडे, मीठे जल की प्याऊ लगाने का काम प्रारंभ हो चुका है। वहीं मार्गों में लोग भण्डारे का आयोजन कर श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं।
मेले में रोडवेज बसों के लिए पार्किंग व्यवस्था मेला स्थल से दो किमी दूर तथा निजी वाहनों की पार्किंग व्यवस्था मेला स्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर की गई है।
भर्तृहरि बाबा के मेले में क्षेत्र के प्रत्येक मार्गों से श्रद्धालुओं आने का सिलसिला शुरू हो गया। मेले में श्रद्धालु दलों में भर्तृहरि बाबा के भजन गाते हुए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा राज्य सहित अन्य राज्यों से भी साधु-संतों का आने सिलसिला जारी है। मेले में कई श्रद्धालु दण्डौती देते हुए पहुंच रहे हैं।
मेले में शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के पुख्ते इंतजाम किए गए हैं। थानाधिकारी विनोद सांखला ने बताया कि लक्खी मेले को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मेले में पहले दिन १३० पुलिसकर्मी, ७० आरएसी के जवान तथा दस सादा वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
मेले में भजन सत्संग कार्यक्रम व भण्डारे में प्रसाद वितरण होगा। सोमवार रात्रि 7.15 बजे आरती कार्यक्रम होगा, इसके बाद रात्रि में भजन सत्संग कार्यक्रम होंगे। रात्रि 12 बजे महाआरती कार्यक्रम होगा। मंगलवार को सुबह १० बजे से मंदिर परिसर मेंं पं. रणत भंवर संगीतमय धुन में सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन होगा। दोपहर12 बजे में हनुमान जी की श्रृगांर आरती, भोग आरती कार्यक्रम होंगे।