अलवर में मेडिकल कॉलेज खुलने की उम्मीदों को केन्द्र सरकार ने करारा झटका दिया है। सोमवार को लोकसभा में अलवर सांसद डॉ. करणसिंह यादव की ओर से अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज शुरू करने सम्बन्धी पूछे गए सवाल के जवाब में केन्द्र सरकार ने स्पष्ट तौर पर मेडिकल कॉलेज शुरू करने को लेकर मना कर दिया। यानि केन्द्र की अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज शुरू करने की कोई मंशा नहीं है।
आनन फानन में शुरू किया हॉस्पिटल: पिछले दिनों लोकसभा उपचुनाव के दौरान राज्य सरकार ने आनन फानन में 50 बेड का हॉस्पिटल शुरू किया था, हालांकि उपचुनाव के दौरान हॉस्पिटल को धीरे-धीरे क्रमोन्नत कर मेडिकल कॉलेज तक ले जाने की बातें की गई, लेकिन सतही तौर पर कार्रवाई का अभाव रहा। इस कारण वर्तमान में भी वहां 50 बेड का ईएसआईसी हॉस्पिटल ही संचालित है।
करोड़ों का भवन खंडहर होने की राह पर राजनीतिक दाव पेच में उलझा ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का भवन अब खंडहर होने की राह पर है। कारण है कि भवन का ज्यादातर हिस्सा फिलहाल अनुपयोगी है। इस कारण उसकी नियमित सारसंभाल भी संभव नहीं है। उपयोग के अभाव में भवन का हिस्सा खंडहर होने की आशंका है। हॉस्पिटल के चलते एक हिस्से में वहां जरूर कुछ चहल-पहल दिखाई पड़ती है।
मेडिकल कॉलेज का सपना फिर टूटा अलवर में मेडिकल कॉलेज शुरू होने का सपना फिर टूटने लगा है। कारण है कि केन्द्र सरकार ने अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज शुरू करने से मना कर दिया है। वहीं राज्य सरकार की ओर से घोषित मेडिकल कॉलेज के लिए अभी केवल जेल परिसर में जमीन आवंटित की गई है। केन्द्र की मनाही और राज्य सरकार की मेडिकल कॉलेज को लेकर चुप्पी से जिलावासियों का अलवर में मेडिकल कॉलेज खुलने का सपना फिर टूटने लगा है।