शुक्रवार को तहसील अलवर पहुंचे वार्ड 13 निवासी हितेश कुमार का कहना है कि जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किए 15 दिन से ज्यादा हो गए लेकिन अब तक कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है। इसकी कोई समुचित जानकारी भी देने को तैयार नहीं है। मेरा दाखिला एक इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में हुआ है। वहां जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। ओबीसी के बेस पर उन्हें प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी है, अन्यथा एडमिशन कैसिंल हो जाएगा। इसी तरह आर्य नगर निवासी विक्रम शर्मा का कहना है कि उन्होंने मूल निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था लेकिन अब तक उस पर कार्रवाई नहीं हो पाई। हर प्रमाण पत्र के लिए समय निर्धारित है। इस तय समय में भी काम नहीं हो पा रहा है। इसी तरह अन्य तहसीलों में भी हजारों की संख्या में युवा पहुंच रहे हैं लेकिन उनके प्रमाण पत्र भी नहीं मिल पाए हैं। यदि कर्मचारियों की हड़ताल लंबी खींची तो और दिक्कतें होंगी। अधिकारियों ने अब तक रास्ता नहीं निकाला। तहसीलदार अलवर दिनेश यादव का कहना है कि इसके लिए रास्ता निकाला जा रहा है।