कलक्ट्रेट में प्रवेश करते ही माहौल समझ में आ गया। तमाम फरियादी समस्याएं लेकर अफसरों के पास पहुंचे लेकिन लिपिकों के बिना उनके कार्य नहीं हुए तो वह मायूस लौट गए। इस हड़ताल के कारण भी कलक्ट्रेट में गिनती के ही अधिकारी दिखे। डीएम जयपुर मीटिंग में गए थे। एडीएम प्रथम, डीएसओ कार्यालय में मिले। कुछ अन्य अधिकारी अपनी सीटों पर नहीं दिखे। कलक्ट्रेट में जनसुनवाई होती है लेकिन यहां भी सन्नाटा छाया रहा। मिनी सचिवालय में भी छुट्टी जैसा माहौल रहा। कर्मचारी यहां भी नहीं दिखे। फरियादी कुछ पहुंचे लेकिन समस्याएं बिना लिपिकों के हल नहीं हो पाईं। हालांकि अधिकारियों ने उनके शिकायती पत्र ले जरूर लिए। अन्य विभागों में भी कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे।