नगर पालिका मालाखेड़ा के मुख्य बस स्टैंड पर किराना स्टोर, बिजली, मिष्ठान, सब्जी, फल फ्रूट, बार्बर, जूस, खाद-बीज, मोबाइल सहित अन्य प्रकार की दुकाने हैं। जहां दुकानदारों ने नाले से आगे भी अतिक्रमण कर रखा है। उसके साथ ही वहां पर ग्राहकों के वाहन खड़े होते हैं। इसे लेकर यह सड़क संकुचित हो जाता है और आए दिन जाम लगता है। नगर पालिका तथा स्थानीय पुलिस की ओर से यातायात को सुचारु रखने के लिए कस्बे में नियमित रूप से कोई व्यवस्था नहीं की हुई है। यातायात पुलिस भी नहीं है। मालाखेड़ा अस्पताल परिसर सहित उसके बाहर मेडिकल की दुकानों पर भी यही हालात हैं। जहां इस सड़क मार्ग से निकलने पर अधिकारियों के वाहन भी अतिक्रमण के चलते फंस जाते है।
सड़क पर खड़े कर रहे वाहन कस्बे में मुख्य सड़क के पास में लाइब्रेरी भी खोली हुई है। उसमें आने वाले बालक-बालिकाओं के संसाधन भी सड़क तक खड़े हो जाते हैं। उससे भी अव्यवस्था का आलम बना रहता है। खाद-बीज मार्केट में बैंक ऑफ़बडौदा तथा ग्रामीण बैंक खुली हुई है। वहां पर भी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहक आते हैं। वह भी अपने संसाधन मुख्य सड़क मार्ग तक खड़े कर देते हैं, जिससे यहां पर भी आए दिन जाम लगा रहता है।
प्रशासन का नहीं ध्यान मालाखेड़ा ग्राम पंचायत से नगर पालिका गठन के पश्चात यहां पर प्रशासनिक अधिकारी स्थाई रूप से रुकना नहीं चाहते हैं, जिसके चलते यहां व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो रहा है। इस नगर पालिका में 19 पार्षद हैं। उसके बावजूद यहां पर लचर व्यवस्था बनी हुई है। नगर पालिका में चुनाव होने की जानकारी के कारण अब चुने गए अध्यक्ष, पार्षद कोई भी अतिक्रमण हटाकर व्यवस्था में सुधार नहीं कर रहे हैं, जिसका खमियाजा सैकड़ों गांवों से आने वाले लोगों को जाम में फंस कर भुगतना पड़ रहा है।