इस बार अलवर जिले में दीवाली पर दो साल बाद खूब कारोबार रहा। कोरोना में दो साल तक मंदी की मार झेल रहे अलवर जिले के बाजारों में दीपावली पर 1500 करोड़ का कारोबार रहा जिससे कई सालों बाद व्यापारी खुश नजर आए। गरीब मिटटी के दीपक बेचने वाले से लेकर चौपहिया वाहन और ज्वैलरी बेचने वाले सभी के चेहरे पर उत्साह था। कई साल बाद बाजार में पैसा आया जिसका सकारात्मक प्रभाव आगामी दिनों में बाजार में देखने को मिलेगा।अलवर जिले में इस बार सबसे अधिक बिक्री ज्वैलरी, ऑटो मोबाइल्स ओर प्रॉपर्टी में हुई। इस साल दीवाली पर लोगो ने जमकर खरीददारी की। इस बारे में सर्राफा संघ के अध्यक्ष दीपक गर्ग कहते है कि इस साल सोने और चांदी के भाव कम होने से लोगो का रुझान अधिक रहा। इस साल 2 सालों के बाद लोगो ने खरीददारी की जिसके कारण खूब बिक्री हुई। इससे बाजार में रुपए की चाल बढ़ेगी तो सभी प्रकार के कारोबार पर प्रभाव पड़ेगा।
ऑटोमोबाइल कारोबारी मुकेश मित्तल कहते हैं कि इस साल भारी संख्या में दुपहिया ओर चौपहिया वाहन बिके हैं जिसके प्रभाव पूरे बाजार में देखा गया। दो साल बाद ऐसी बिक्री का संयोग बना है।खूब बिके एलईडी और वाशिंग मशीन
जिले में दीवाली पर एलईडी टीवी , वाशिंग मशीन और फि्रज खूब बिके। इस बार सबसे अधिक एलइडी टीवी एक लाख रुपए की कीमत वाले खूब बिके। महंगे दो दरवाजे फि्रज खूब पसंद किए गए।दो साल बाद इतना कारोबार
अलवर जिले में इस बार दीपावली पर 1500 करोड से अधिक का कारोबार रहा। इस बारे में बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के बाद कुछ कैटेगिरी के लोग खरीददारी करना चाहते थे लेकिन उनको मौका नहीं मिल रहा था। इस दीपावली पर बोनस मिलने के बाद खरीददारी खूब हुई।बाजार में मुद्रा का चलन बढ़ेगा
इस बारे में अर्थशास्त्री और बाजार विशेषज्ञ डा. सत्यभान यादव का कहना है कि अलवर जिले में दीपावली पर अच्छी खरीददारी होने से यहां के बाजार में मुद्रा का चलन बढ़ेगा जो शुभ संकेत है।