विधायक की ओर से से वर्तमान कार्यकाल में विधानसभा में राजकीय महाविद्यालय खुलवाना, राजकीय ITI महाविद्यालय खुलवाना, अलीबख्श पैनोरमा का निर्माण करवाना, ADJ कोर्ट खुलवाना, डॉक बंगला की स्थापना सहित अन्य कई ऐसे विकास कार्य हैं, जिन्हें क्षेत्र की जनता वर्षों तक याद करेंगी।
विधायक धर्मपाल चौधरी की ओर से क्षेत्र में सरकार की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे जनता जल योजना की ओर से सम्पूर्ण जिले में विधानसभा क्षेत्र मुण्डावर में सर्वाधिक विकास कार्यों की ओर से पेयजल सुविधा करवाना, जल स्वावलम्बन योजना के तहत व्यर्थ बह रहे जल को संग्रहित करने संबंधी कई विकास कार्य करवाना, विधानसभा क्षेत्र में एनसीआर योजना सहित विधायक कोटे से सडक़ों का जाल बिछाना सहित अनेक विकास कार्य करवाए गए। स्वच्छ भारत मिशन के तहत विधायक की प्रेरणा से अलवर जिले में मुण्डावर विधानसभा क्षेत्र सर्वप्रथम ओडीएफ घोषित हुआ था।
विधायक धर्मपाल चौधरी की ओर से क्षेत्र में सरकार की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे जनता जल योजना की ओर से सम्पूर्ण जिले में विधानसभा क्षेत्र मुण्डावर में सर्वाधिक विकास कार्यों की ओर से पेयजल सुविधा करवाना, जल स्वावलम्बन योजना के तहत व्यर्थ बह रहे जल को संग्रहित करने संबंधी कई विकास कार्य करवाना, विधानसभा क्षेत्र में एनसीआर योजना सहित विधायक कोटे से सडक़ों का जाल बिछाना सहित अनेक विकास कार्य करवाए गए। स्वच्छ भारत मिशन के तहत विधायक की प्रेरणा से अलवर जिले में मुण्डावर विधानसभा क्षेत्र सर्वप्रथम ओडीएफ घोषित हुआ था।
उप चुनाव में सब पर पड़े भारी लोकसभा उपचुनाव में मुण्डावर विधायक धर्मपाल चौधरी अन्य सभी विधायकों पर भारी पड़े। यह सच है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को जीत तो नहीं दिला सके, लेकिन अन्य विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले उनके क्षेत्र में जीत-हार का अन्तर सबसे कम रहा।
विधायक धर्मपाल चौधरी का अपने क्षेत्र में इतना प्रभाव था कि स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद मतदाताओं ने मात्र उनके एक आह्वान पर बढ़ चढकऱ मतदान किया। खास बात ये थी कि सरकार के खिलाफ जनाक्रोश के इस चुनाव में जहां कई विधायक विधानसभा चुनाव में अपनी जीत के बराबर भी वोट नहीं दिला पाए, वहीं मुंडावर के परिणामों ने न सिर्फ सबको चौंकाया, बल्कि क्षेत्र में धर्मपाल चौधरी का वजूद भी सामने आया। उप चुनाव में जहां भाजपा प्रत्याशी को खुद के विधानसभा क्षेत्र में 21826 मतों से हार मिली, वहीं मुण्डावर में जीत-हार का अंतर मात्र 8337 मतों का रहा। इस दौरान स्थिति ये थी कि ज्यादातर भाजपा विधायकों ने मतगणना से पहले हार स्वीकार ली। वहीं, धर्मपाल चौधरी अन्तिम समय तक जीत के प्रति आश्वस्त दिखे।