जरूरत क्यों आबादी के लिहाज से अलवर जिला प्रदेश में सबसे बड़े जिलों में शामिल है। फिर भी यहां मेडिकल कॉलेज नहीं है।
औद्योगिक दृष्टि से सबसे बड़ा जिला है। ईएसआईसी मेंमजदूरों को बड़ा लाभ मिल सकता है।
सामान्य अस्पतालों में न डॉक्टर पूरे न उपकरण।
औद्योगिक दृष्टि से सबसे बड़ा जिला है। ईएसआईसी मेंमजदूरों को बड़ा लाभ मिल सकता है।
सामान्य अस्पतालों में न डॉक्टर पूरे न उपकरण।
सरकार यह करे केन्द्र सरकार से समन्वय नहीं हो तो राज्य सरकार अपने स्तर पर मेडिकल कॉलेज शुरूकरे।
केन्द्र सरकार के साथ मेडिकल कॉलेज पर समझौता करना चाहिए।
माजूदा सरकार ने विपक्ष में रहते हुए मेडिकल कॉलेज को ही मुद्दा बनाया। अब इसे शुरू करने का हर संभव प्रयास करना होगा।
केन्द्र सरकार के साथ मेडिकल कॉलेज पर समझौता करना चाहिए।
माजूदा सरकार ने विपक्ष में रहते हुए मेडिकल कॉलेज को ही मुद्दा बनाया। अब इसे शुरू करने का हर संभव प्रयास करना होगा।
यहां से सीखें केरल व गोवा में स्वास्थ्य गुणवत्ता 60 अंक से अधिक है। मेडिकल कॉलेज भवन को हर हाल में काम लेना चाहिए। जयपुर के एसएमएस अस्पताल की तरह सुविधा हो। एक्सपर्ट
मेडिकल कॉलेज शुरू करने से जनता को बड़ी राहत मिल सकती है। तहसील मुख्यालय पर ट्रेामा सेन्टर की जरूरत है। पीएचसी के स्तर पर आधारभूत सुविधाएं हों। – डॉ. डीआर यादव, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बानसूर।
सरकारी अस्पतालों में सामान्य ढर्रा बदलने की जरूरत है। बेसिक सुविधाओं को दुरुस्त करने की जरूरत है। लेटेस्ट उपकरण छोटे अस्पतालों तक पहुंचे।
डॉ. एससी मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक जनप्रतिनिधि मेडिकल कॉलेज शुरू कराने के लिए विधानसभा में आवाज उठाई जाएगी। नया मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए भाजपा सरकार ने घोषणा कर रखी है।यहां कई जिलों के मरीज आते हैं।सुविधाओं में विस्तार की जरूरत है।
संजय शर्मा, विधायक, अलवर
डॉ. एससी मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक जनप्रतिनिधि मेडिकल कॉलेज शुरू कराने के लिए विधानसभा में आवाज उठाई जाएगी। नया मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए भाजपा सरकार ने घोषणा कर रखी है।यहां कई जिलों के मरीज आते हैं।सुविधाओं में विस्तार की जरूरत है।
संजय शर्मा, विधायक, अलवर