9 माह का कठोर प्रशिक्षण: यहां प्रशिक्षण केन्द्र पर बल के अधिकारी भर्ती होकर आने वाले जवानों को नौ माह का कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है। सबसे पहले देश रक्षा का पाठ पढ़ाया जाता है। इसके बाद आधुनिक हथियारों के साथ आतंकवाद और नक्सलवाद से निपटने का प्रशिक्षण दिया जाता है। अतिविशिष्ट लोगों की सुरक्षा, साइबर हमला, स्पेशल टास्क फोर्स, कमाण्डो प्रशिक्षण देकर जवानों को देश की रक्षा के लिए तैयार किया जाता है।
अब यूपी पुलिस के जवान ले रहे प्रशिक्षण: प्रशिक्षण केन्द्र पर पहले राजस्थान पुलिस के जवान प्रशिक्षण ले चुके हैं, अब यूपी पुलिस के एक हजार जवान प्रशिक्षण लेंगे, जिसमें 500 जवान आ चुके हैं शेष जल्द आ रहे है। जल्द ही राजस्थान पुलिस के जवान भी प्रशिक्षण लेंगे।
तैयार किए 20 हजार से अधिक जवान: प्रशिक्षण केन्द्र पर आसपास सहित देशभर से भर्ती होकर आने वाले जवानों को प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रति वर्ष दो हजार से ज्यादा जवान तैयार किए जाते हैं। अब तक सीआईएसएफ व विभिन्न पुलिस सहित 20 हजार से ज्यादा जवानों को प्रशिक्षण केन्द्र से तैयार कर भेजा गया है।
निभा रहे सामाजिक सरोकार: प्रशिक्षण केन्द्र के अधिकारी और जवान सामाजिक सरोकारों को भी निभा रहे हैं। आसपास के गांवों व सरकारी स्कूलों को गोद लेकर उनमें साफ सफाई के साथ पौधरोपण कर कर रह हैं। साथ ही बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए गुर भी सिखा रहे हैं।
बेहद कठिन है प्रशिक्षण प्रशिक्षण केन्द्र पर जवानों को बेहद कठिन प्रशिक्षण देकर उनको आधुनिक हथियारों के साथ समय के अनुसार बढ़ती चुनौतियों से मुकाबला करने लायक बनाकर देश की रक्षा के लिए भेजा जाता है। बल की बढ़ती प्रतिष्ठा के चलते देश के साथ अब विदेशी बलो के जवान भी प्रशिक्षण के लिए आने लगे है।
एमएल चौहान, महानिरीक्षक एवं प्राचार्य महाराणा प्रताप केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल केन्द्र अनन्तपुरा बहरोड़
एमएल चौहान, महानिरीक्षक एवं प्राचार्य महाराणा प्रताप केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल केन्द्र अनन्तपुरा बहरोड़