अलवर. मौसम में बार-बार हो रहा बदलाव लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। इससे सामान्य, जनाना व शिशु अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन करीब 2500 मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं। इनमें सामान्य प्रकृति के बुखार, जुकाम-खांसी व एलर्जी के रोगी शामिल हैं। इसके साथ ही डायबिटीज, हाइपरटेंशन व बीपी के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। वहीं जानकारों के अनुसार यह मौसम मच्छरों के पनपने के लिए भी अनुकूल है। ऐसे में मच्छरजनित बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है। ऐसे में बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी जरूरी है।
सामान्य बीमारियों के रोगी अधिक आमतौर पर बुखार व जुकाम-खांसी के मरीजों की संख्या गर्मियों की शुरूआत के साथ ही कम होने लगती है, लेकिन इस बार मौसम में बार-बार परिवर्तन होने से तापमान में गिरावट बनी हुई है। इससे बुखार, जुकाम-खांसी व गले की खराश के रोगियों की संख्या बराबर बनी हुई है।
मच्छरजनित बीमारियों का भी खतरा हालांकि सामान्य अस्पताल में अभी तक डेंगू व मलेरिया आदि मच्छरजनित बीमारियों का एक भी रोगी नहीं आया है, लेकिन बारिश के कारण मौसम में ठंडक बनी हुई है। ऐसे में यह मौसम मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल होने से मच्छरजनित बीमारियों का भी खतरा बना हुआ है।
सावधानी जरूरी
सामान्य अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील चौहान के अनुसार बीमारियों से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ताजा व पौष्टिक भोजन करने के साथ ही शुद्ध पानी पीएं। वहीं मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए घर व आसपास के क्षेत्र की साफ-सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है। ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।
सामान्य अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील चौहान के अनुसार बीमारियों से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ताजा व पौष्टिक भोजन करने के साथ ही शुद्ध पानी पीएं। वहीं मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए घर व आसपास के क्षेत्र की साफ-सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है। ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।