मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि नारनौल के रहने वाले साठ साल के विद्यानंद अपने परिवार के साथ कार में सवार थे। जब कार पलटी उससे कुछ देर पहले ही पूरे परिवार ने ढाबे पर खाना खाया था और उसके बाद परिवार आगे के लिए रवाना हो गया था। इस दौरान जब कार एक्सप्रेस वे से गुजरी तो चालक को गड्ढा दिखाई नहीं दिया। बताया जा रहा है कि गड्ढे से सुरक्षा के लिए जो बेरिकेट लगाए गए थे, वे काफी दूर रखे थे। इस कारण यह हादसा होना सामने आया है।
हादसे में विद्यानंद,उनके 30 साल के बेटे शुभम और बेटी सोनिका यादव की मौत हो गई। उनकी पत्नी संतोष देवी और छह साल के बच्चे कारव की हालत गंभीर है। कार चला रहे चालक को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। देर रात हुए इस हादसे के बाद मृतकों के शवों को रैणी अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है। कार भी पूरी तरह से चकनाचूर हो चुकी है।