चौथ माता के व्रत के मौके पर महिलाएं नए-नए परिधान पहनकर भजन गाती हुई मंदिर पहुंची। इससे चौथ माता मंदिर में महिलाओं की भीड़ रही है। चौथ माता का व्रत रखकर पूजा की। मंदिर परिसर सहित आसपास के क्षेत्र में महिलाओं ने समूह में बैठकर माता की कहानी सुनी। सूर्य देव को जल चढ़ाकर बुजुर्ग महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। चौथ माता से अखंड सौभाग्य व सुख-समृद्धि की कामना की मनौती मांगी। मंदिर में भजन कीर्तन किया। महिलाओं ने देर रात चांद दिखने पर जल चढ़ाकर अपना व्रत पूरा किया। चौथ माता के व्रत पर घरों में तरह-तरह के पकवान बनाए गए तथा चौथ माता को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण किया। चौथ व्रत को लेकर मंदिर में विराजित चौथ माता, संतोषी माता, शिवजी, हनुमानजी, भैंरू बाबा की प्रतिमाओं की फूल बंगला झांकी सजाई गई। व्रत के मौके पर माता के दर्शनों के लिए आसपास के गांव व ढाणियों के अलावा दिल्ली, जयपुर, दौसा, राजगढ़, बांदीकुई, बसवा, टहला सहित अन्य जगह से श्रद्धालु पहुंचे।