ग्रामीण क्षेत्र के इस स्कूल में भामाशाह आदि के सहयोग से सहगल संस्थान ने कुछ कायाकल्प कर इसे अध्यापन और अध्ययन कार्य के योग्य बनाने का प्रयास किया। सीनियर सैकंडरी स्कूल के अनुरूप डिजिटल लाइब्रेरी, पुस्तकालय, वाचनालय, साइंस सब्जेक्ट के अनुसार लैबोरेट्री, प्रेक्टिकल कक्ष तथा अध्ययन कार्य के लिए कक्षा कक्ष, सुलभ शौचालय, कॉमन रूम सहित अन्य सुविधाओं का टोटा है।
गत वर्ष हुआ था चयन पिछले वर्ष प्रधानाचार्य दिनेश कुमार शर्मा ने पीएमश्री योजना में इस विद्यालय का चयन करने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा था। जहां इस वित्तीय वर्ष में इस स्कूल का चयन पीएमश्री योजना में हुआ, जिसके चलते 5 वर्ष में 10 करोड़ का बजट विभिन्न संसाधनों पर खर्च कर इस विद्यालय को पूर्ण रूप से आधुनिक तथा निजी विद्यालय के स्टैंडर्ड से भी ऊपर विकसित किया जाएगा।
की जा रही है भूमि की तलाश विद्यालय का नया भवन बने, इसके लिए भूमि की तलाश भी की जा रही है। विद्यालय स्तर पर सुविधाओं की कमी होने के बावजूद संस्था प्रधान, शिक्षकों के अथक प्रयास से यहां पर विद्यार्थियों का कुल नामांकन 341 है, जिसमें छात्राओं को नामांकन 205 हैं एवं। छात्रों का नामांकन 136 ही है। इस क्षेत्र में बालकों की अपेक्षा बालिकाएं अध्ययन कार्य के मामले में सबसे आगे हैं।
………………. सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक मनोज कुमार शर्मा का कहना है कि स्कूल का पीएमश्री योजना में चयन हुआ है। विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए कक्षा कक्ष, फर्नीचर, डिजिटल लाइब्रेरी, इंटरनेट आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।